New Delhi : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल एक कार्यक्रम में घुसपैठ के मुद्दे पर अपना रुख साफ किया है. अमित शाह ने 1951 से 2011 तक हिंदू-मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर में असमानता का मुख्य कारण घुसपैठ को करार दिया. उन्होंने विपक्षी दलों पर वोट बैंक की राजनीति करने के लिए घुसपैठियों को शरण देने का आरोप लगाया.
मोदी जी ने जिस High-Powered Demography Mission की घोषणा की है, वह घुसपैठ की समस्या का सम्पूर्ण अध्ययन करेगी। pic.twitter.com/z8z3ETQWrs
— Amit Shah (@AmitShah) October 10, 2025
1951 से 2011 तक की जनगणना में जो सभी धर्मों की जनसंख्या वृद्धि में असमानता दिखाई देती है, उसका प्रमुख कारण घुसपैठ है। pic.twitter.com/MMMyFjfWGS
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अमित शाह ने देशवासियों को चेताया कि यदि घुसपैठ पर रोक नहीं लगी तो देश धर्मशाला बन जायेगा. साथ ही गृह मंत्री ने शरणार्थियों और घुसपैठियों के बीच अंतर को समझाया. कहा कि भाजपा डिटेक्ट, डिलीट और डिपोर्ट का फार्मूला अपनाये. हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया कि देश में रह रहे मुस्लिमों के अधिकारों पर कोई आंच नहीं आयेगा.
अपनी बात रखने के क्रम में अमित शाह ने चुनाव आयोग कीविशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया (एसआईआर) का जिक्र किया. कहा कि किसी को भी चुनाव आयोग के काम में बाधा नहीं डालनी चाहिए.एसआईआर को चुनाव आयोग की सांविधानिक जिम्मेदारी करार दिया.
अमित शाह के ऑफिशियल एक्स हैंडल पर पोस्ट कर बताया कि 1951 से 2011 तक हिंदू आबादी का प्रतिशत 84.1प्रतिशत से घटकर 79 प्रतिशत हो गया. मुस्लिम आबादी का प्रतिशत 9.8% से बढ़कर 14.2 प्रतिशत हो गया है.
अमित शाह ने वृद्धि दर पर भी अपनी बात रखी. बताया कि दस साल में (2001-2011 के बीच) हिंदू जनसंख्या में वृद्धि दर 16.8फीसदी थी. जबकि मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर 24.6 फीसदी रही. गृह मंत्री ने साफ कहा, जनसंख्या की वृद्धि दर में आयी असमानता घुसपैठ के कारण उपजी है.
गृह मंत्री अमित शाह ने राजनीतिक दलों पर आरोप लगाया कि वे लोग वोट बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठियों को आश्रय देने में लगे हुए हैं. अमित शाह ने चेताया कि घुसपैठ नहीं रोकी गयी तो देश धर्मशाला बन जायेगा. राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इसे रोकना जरूरी है. अमित शाह ने शरणार्थी और घुसपैठियों में अंतर बताते हुए कहा, धार्मिक प्रताड़ना से बचने वाले लोग शरणार्थी हैं. उन्हें भारत में शरण मिलेगी.
अमित शाह ने कहा कि पड़ोसी देशों के प्रताड़ित हिंदुओं को हम स्वीकार करेंगे. अमित शाह ने झारखंड में घट रही जनजातीय आबादी की कारण बांग्लादेश से हो रही घुसपैठ को बताया. इस क्रम में उन्होंने कहा कि अवैध घुसपैठ के अध्ययन के लिए हाई-पावर्ड डेमोग्राफिक मिशन की घोषणा की गयी है, जो इस दिशा में काम करेगा.
गृह मंत्री ने भाजपा के संकल्प डिटेक्ट, डिलीट और डिपोर्ट को दोहराते हुए इसका अर्थ बताया. कहा कि इसका अर्थ घुसपैठियों को पहचानना, फिर उनके नाम मतदाता सूची से हटाना और उन्हें देश से निर्वासित करना है, उन्होंने कहा, हमें विवादों की परवाह नहीं है. देश की संस्कृति और लोकतंत्र की रक्षा करना भाजपा की प्राथमिकता है.
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