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CUJ व साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के बीच शैक्षणिक सहयोग की पहल

Ranchi : साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम के अधिकारियों ने आज झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) का दौरा किया. इस दौरान दोनों विश्वविद्यालयों के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग को लेकर समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई.

 

साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के आधिकारिक प्रतिनिधि प्रोफेसर साबू एस. पद्मदास ने सीयूजे के कुलपति प्रोफेसर क्षिति भूषण दास से मुलाकात की. उनके साथ प्रोफेसर प्रकाश कंदल भी मौजूद थे, जो वर्तमान में साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के भारत अध्ययन केंद्र में आईसीसीआर चेयर प्रोफेसर हैं तथा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के विधि एवं शासन संकाय से भी संबद्ध हैं.

 

बैठक का परिणाम अत्यंत सकारात्मक रहा. दोनों पक्षों ने सामाजिक रूप से प्रासंगिक संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, शिक्षण कार्यक्रमों के विकास तथा झारखंड के संदर्भ में जनजातीय स्वास्थ्य और शिक्षा विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने पर सैद्धांतिक सहमति व्यक्त की.

 

साथ ही, शैक्षणिक गतिविधियों को समाज और राष्ट्र की आवश्यकताओं के अनुरूप क्रियात्मक लक्ष्यों के साथ संचालित करने पर जोर दिया गया.

 

बैठक में संयुक्त पाठ्यक्रम, अकादमिक गतिविधियों और अनुसंधान सहयोग विकसित करने के साथ-साथ झारखंड के आदिवासी समुदायों के उत्थान हेतु नीतियां तैयार करने पर भी चर्चा हुई. दोनों पक्षों ने सहयोग के विभिन्न बिंदुओं पर सहमति जताते हुए शीघ्र ही एमओयू को अंतिम रूप देने की दिशा में आगे बढ़ने का निर्णय लिया.

 

इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर क्षिति भूषण दास ने साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों के दौरे पर प्रसन्नता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित कर रहा है और झारखंड केंद्रित कार्योन्मुखी लक्ष्यों के साथ विश्व के अग्रणी विश्वविद्यालयों से सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है, जो विकसित भारत के राष्ट्रीय हितों के अनुरूप है.

 

बैठक में रजिस्ट्रार के. कोसला राव, डीन (अकादमिक) प्रो. मनोज कुमार, डीन (अनुसंधान एवं विकास) प्रो. अरुण कुमार पाधी, डीन (मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान) डॉ. आलोक कुमार गुप्ता तथा मानव विज्ञान विभाग से डॉ. रजनीकांत पाण्डेय उपस्थित थे. बैठक की रूपरेखा राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. संजय अग्रवाल ने तैयार की.

 

उल्लेखनीय है कि क्यूएस रैंकिंग के अनुसार साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय विश्व के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में शामिल है. यह यूनाइटेड किंगडम के प्रमुख अनुसंधान-केंद्रित सार्वजनिक विश्वविद्यालयों मंठ से एक है, जहां सैकड़ों पाठ्यक्रम संचालित होते हैं और वैश्विक सॉफ्टवेयर कंपनियों के साथ मजबूत अकादमिक-उद्योग सहयोग मौजूद है.

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