कमिटी के गठन बाद बार एसोसिएशन चुनाव की तैयारी, बनते और बिगड़ते दिखेंगे कई समीकरण
22 जनवरी से पूरे राज्य में होनी थी मुख्य परीक्षा
बता दें कि 22 जनवरी से पूरे राज्य में असिस्टेंट इंजीनियर के चयन के लिए मुख्य परीक्षा होनी थी. और उससे पहले ठीक एक दिन पहले हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया था. झारखंड लोक सेवा आयोग ने सिविल इंजीनियर और मैकेनिकल इंजीनियर की वैकेंसी के लिए वर्ष 2019 में एडवर्टिजमेंट जारी किया था. इसके तहत सिविल इंजीनियर के पद पर 542 और मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर 92 अभ्यर्थी शामिल थे. यह महत्वपूर्ण फैसला झारखंड हाइकोर्ट के जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की अदालत ने सुनाया था. प्रार्थी रंजीत कुमार साह ने असिस्टेंट इंजीनियर की नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती देते हुए झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और अपने अधिवक्ता के माध्यम से अदालत में याचिका दाखिल की थी. इसे भी पढ़ें - रूपा">https://lagatar.in/mla-deepikas-outspoken-words-on-roopa-tirkey-case-pankaj-mishra/85159/">रूपातिर्की और पंकज मिश्रा मामले पर विधायक दीपिका के बेबाक बोल, कहा- आरोप लगने पर व्यक्ति को संयमित रहना चाहिए [wpse_comments_template]

Leave a Comment