19 हजार करोड़ के बैंकिंग कामकाज हुए प्रभावित
पहले दिन की तरह आज भी एसबीआई, पीएनबी, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और आरबीएल बैंक बंद रहेंगे. सरकारी बैंकों के बंद होने के कारण बैंकिंग सेवाओं पर असर हो रहा है. आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. पहले दिन के हड़ताल से करीब 19 हजार करोड़ के बैंकिंग कामकाज प्रभावित होने का अनुमान है. इसे भी पढ़े : शेयर">https://lagatar.in/selling-in-the-stock-market-sensex-opened-with-a-loss-of-246-points-titans-shares-fell-3-point-54-percent/">शेयरबाजार में बिकवाली, सेंसेक्स 246 अंक टूटकर खुला, टाइटन के शेयर 3.54 फीसदी लुढ़के
बैंक बंद रहने से 39 लाख चेक का क्लियरेंस अटका
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने दावा किया कि पहले दिन के हड़ताल से 39 लाख चेक का क्लियरेंस अटक गया. इससे 18,600 करोड़ रुपये के बैंकिंग कामकाज प्रभावित हुए. सरकारी बैंक कर्मियों की इस हड़ताल के चलते गुरुवार को जमा, निकासी, चेक क्लियरेंस, लोन अप्रूवल जैसे काम प्रभावित हुए. इसे भी पढ़े : कितना">https://lagatar.in/when-rape-is-bound-to-happen-have-fun-congress-leader-ramesh-kumar-made-a-shameful-statement-in-the-assembly/">कितनानीचे गिरेंगे… जब रेप होना ही है, तो मजे लो, कांग्रेस नेता रमेश कुमार ने विधानसभा में दिया शर्मनाक बयान
बैंकों ने की थी हड़ताल पर जाने की अपील
बता दें कि बैंकों के प्रबंधन ने कर्मचारियों से हड़ताल नहीं करने का अनुरोध किया था. एसबीआई ने अपने ट्विटर से ट्वीट कर अपने कर्मचारियों से हड़ताल पर नहीं जाने की अपील की है. बैंक ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए कर्मचारियों की हड़ताल से स्टेकहोल्डर्स को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. एसबीआई ने बैंक यूनियनों को बातचीत का न्यौता भी भेजा था. हालांकि बैंक कर्मी नहीं माने और अपनी बातों पर अड़े रहे. सेंट्रल बैंक और पंजाब नेशनल बैंक ने भी ट्वीट के जरिये कर्मचारियों को हड़ताल पर नहीं जाने की अपील की थी. इसे भी पढ़े : पेट्रोल">https://lagatar.in/gst-rate-on-ethanol-blended-with-petrol-reduced-from-18-percent-to-5-percent/">पेट्रोलमें मिलाये जाने वाले इथेनॉल पर जीएसटी दर 18 फीसदी से घटकर 5 फीसदी
वित्त मंत्री ने बजट में की थी दो बैंकों के निजीकरण की घोषणा
दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी. यह फैसला विनिवेश लक्ष्य के तहत 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने के लिए किया गया. इससे पहले सरकार ने 2019 में आईडीबीआई बैंक में अपनी बहुलांश हिस्सेदारी एलआईसी को बेचकर आईडीबीआई बैंक का निजीकरण कर दिया था. मालूम हो कि पिछले चार साल में 14 सरकारी बैंकों का विलय किया गया है. सरकार ने बैंकिंग अधिनियम (संशोधन) विधेयक, 2021 को संसद के मौजूदा सत्र के दौरान पेश करने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया है. इसे भी पढ़े : Puerto">https://lagatar.in/puerto-rico-miss-world-2021s-grand-finale-postponed-17-contestants-found-corona-positive/">PuertoRico : मिस वर्ल्ड 2021 का ग्रैंड फिनाले पोस्टपोन, 17 कंटेस्टेंट मिले कोरोना पॉजिटिव [wpse_comments_template]
Leave a Comment