London : ब्रिटेन से बड़ी खबर आयी है. खबर यह कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आज इस्तीफा दे सकते हैं. कहा गया है कि जब तक नया प्रधानमंत्री चुन नहीं लिया जाता, तब तक जॉनसन पद पर बने रहेंगे. बता दें कि पूर्व में ब्रिटिश मीडिया स्काई न्यूज का दावा था कि जॉनसन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बाद में स्काई न्यूज ने कहा कि जॉनसन इस्तीफा देने को तैयार हुए हैं.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार अगर जॉनसन आज इस्तीफा देंगे, तब भी अक्टूबर तक वे प्रधानमंत्री बने रहेंगे. ऐसा इसलिए कि अक्टूबर में पार्टी कॉन्फ्रेंस में नये प्रधानमंत्री का चुनाव होगा.
बोरिस जॉनसन के बैकफुट में जाने का कारण उनकी अपनी ही कंजर्वेटिव पार्टी में बगावत हो जाना है.
British media say UK Prime Minister Boris Johnson has agreed to resign: The Associated Press pic.twitter.com/tzISv6CSso
— ANI (@ANI) July 7, 2022
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जॉनसन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है
खबरों के अनुसार 41 मंत्रियों द्वारा इस्तीफा दिये जाने के बाद जॉनसन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है. विपक्षी लेबर पार्टी भी उनसे इस्तीफा मांग रही है वित्त मंत्री ऋषि सुनक द्वारा इस्तीफा दिये जाने से बोरिस जॉनसन की कुर्सी पर संकट बढ़ गया. ऋषि ने 5 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दिया था. उसके कुछ देर बाद ही स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने भी इस्तीफा दे दिया. ऋषि सुनक और साजिद जाविद के अलावा साइमन हार्ट और ब्रैंडन लुईस ने भी इस्तीफा दे दियाजान लें कि बोरिस जॉनसन के खिलाफ बगावत का कारण क्रिस पिंचर की नियुक्ति बतायी जा रही है. इसी साल फरवरी में जॉनसन ने क्रिस पिंचर को कंजर्वेटिव पार्टी का डिप्टी चीफ व्हिप नियुक्त किया था. 30 जून को ब्रिटिश अखबार द सन ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि क्रिस पिंचर ने लंदन के एक क्लब में दो युवकों को आपत्तिजनक तरीके से छुआ था. बता दें कि पिंचर पर पहले भी यौन दुराचार के आरोप लगते रहे हैं.
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क्रिस पिंचर ने डिप्टी चीफ व्हिप के पद से इस्तीफा दे दिया था
द सन की रिपोर्ट आने के बाद क्रिस पिंचर ने डिप्टी चीफ व्हिप के पद से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन विवाद बढ़ गया. कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों का कहना था कि जॉनसन को क्रिस पिंचर पर लगे आरोपों की जानकारी थी, उसके बाद भी उन्हें नियुक्त किया गया. हालांकि 1 जुलाई को सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री जॉनसन को इन आरोपों की जानकारी नहीं थी. लेकिन 4 जुलाई को सरकारी प्रवक्ता ने स्वीकार किया कि जॉनसन को पिंचर पर लगे आरोपों की जानकारी थी.
लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर जॉनसन पर जुर्माना लगा था
इससे पहले बोरिस जॉनसन की कुर्सी पर पार्टी गेट सामने आने के बाद संकट खड़ा हो गया था. हालांकि, वे इस संकट से बच निकले थे. उनके खिलाफ उनकी ही पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आयी थी, जिस पर 6 जून को वोटिंग हुई थी. अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान बोरिस जॉनसन के पक्ष में 211 और विपक्ष में 168 वोट पड़े थे. ब्रिटिश मीडिया ने दावा किया था कि कोरोना के सख्त लॉकडाउन के बावजूद जॉनसन पार्टी कर कर रहे थे. मामला 2020 का था. तब 19 जून को अपने बर्थडे पर जॉनसन ने डाउनिंग स्ट्रीट पर पार्टी की थी. इस पार्टी में 30 लोग शामिल हुए थे, जबकि लॉकडाउन में सिर्फ दो लोगों को ही जाने की अनुमति थी. लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर जॉनसन पर जुर्माना भी लगा था. संसद में उन्होंने माफी भी मांगी थी.
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