Patna: बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक अपने सख्त तेवर के लिए जाने जाते हैं. चाहे सीएम नीतीश कुमार को चुनौती देना हो या प्रदेश में शिक्षकों को अनुशासन का पाठ पढ़ाना. केके पाठक का नाम ही काफी है. पाठक इन दिनों राज्यपाल को नसीहत और उनके अधिकार बताने को लेकर चर्चा में हैं. दरअसल, पिछले दिनों केके पाठक ने राज्यपाल को शिक्षा विभाग के कार्यों में दखलअंदाजी नहीं करने की नसीहत दी थी. इसपर राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर ने केके पाठक को राज्यपाल ने सुबह 10 बजे राजभवन बुलाया था.
इंतजार करते रहे राज्यपाल, नहीं गए केके पाठक
जानकारी के अनुसार, बीते 9 अप्रैल को सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों की राजभवन में बैठक बुलाई गई थी. इसमें शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को भी बुलाया गया था. केके पाठक पटना में रहने के बावजूद बैठक में नहीं पहुंचे. इसके बाद राजभवन ने संज्ञान लिया और राज्यपाल ने पाठक को आज (सोमवार) को अपने चैंबर में सुबह 10:00 बजे तलब किया. सभी की निगाहें इसी पर टिकी थीं कि केके पाठक पहुंचेंगे या नहीं? लेकिन केके पाठक नहीं पहुंचे. ऐसे में अब बिहार में सियासी पारा बढ़ता नजर आ रहा है.
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