Lagatar Desk : बिहार में मानसून की दस्तक से पहले ही मौसम ने अपना खौफनाक रूप दिखाना शुरू दिया है. सोमवार को राज्य के कई जिलों में अचानक बदले मौसम और आकाशीय बिजली की चपेट में आकर 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है. मौसम विभाग ने आने वाले 48 घंटों के लिए भारी बारिश, वज्रपात और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है.
बक्सर में सबसे ज्यादा तबाही
बिहार के बक्सर जिले में वज्रपात से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चौसा घाट पर बारिश से बचने के लिए पीपल के पेड़ के नीचे खड़े लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए. इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए. इसके अलावा नरबतपुर में एक पशुपालक और राजापुर में आम चुन रहे एक 12 वर्षीय बच्चे की भी वज्रपात से मौत हो गई.
कटिहार में तीन मौतें
कटिहार जिले के फलका थाना क्षेत्र में बकरी चराने गई एक बुजुर्ग महिला की बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई. जबकि बारसोई प्रखंड में खेत में काम कर रही एक महिला भी वज्रपात की चपेट में आई. वहीं, फलका के मघेली गांव में बारिश के दौरान नहा रहा एक किशोर भी बिजली गिरने से जान गंवा बैठा.
कैमूर और चंपारण भी प्रभावित
कैमूर और पश्चिम चंपारण (बगहा) जिलों में भी तीन-तीन लोगों की मौत की खबर है. भागलपुर में भी एक व्यक्ति की जान गई है. झमाझम बारिश ने जहां गर्मी से थोड़ी राहत दी, वहीं आकाशीय बिजली ने कई घरों में मातम फैला दिया।
मानसून की दस्तक के साथ खतरे की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान जताया है कि 17 से 18 जून तक बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो सकता है. इसके साथ ही पश्चिमी चंपारण, सीवान, गोपालगंज, किशनगंज, कटिहार, भागलपुर, बांका, नवादा, गया और रोहतास में वज्रपात और तेज हवाओं (40-50 किमी/घंटा) की चेतावनी दी गई है.
लोगों से सतर्क रहने की अपील
IMD ने लोगों को खुले मैदानों, पेड़ों के नीचे या ऊंची जगहों पर न रुकने की सलाह दी है. राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग को भी सतर्क कर दिया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित मदद दी जा सके.