Ranchi : बिरसा हरित ग्राम योजना ग्रामीण आजीविका के लिए नया आयाम बनकर उभरने का दावा सरकार करती रही है. इस योजना की घोषणा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 4 मई 2020 को किया था. योजना का लक्ष्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है. लेकिन चालू वित्त वर्ष में योजना अपने लक्ष्य से कोसो दूर है. ग्रामीण विकास विभाग की ओर से 2021-22 के लिए 26650 एकड़ में फलदार वृक्ष लगानी थी. गत वर्ष 25695.33 एकड़ भूमि में वृक्षरोपन किया गया था. मनरेगा मजदूरों की मजदूरी का भुगतान समय पर नहीं होने के कारण भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की महत्वकांक्षी योजना की रफ्तार धीमा है. तय समय सीमा के अंदर मात्र 55 प्रतिशत योजनाओं की ही स्वीकृति प्रदान किया जा सका है.
बिरसा हरित ग्राम योजना धीमा रफ्तार, लक्ष्य से कोसो दूर
मनरेगा के तहत बिरसा हरित ग्राम योजना ग्रामीण का कार्य किया जाता है. 2021-22 के लिए ग्रामीण विकास विभाग ने 26650 एकड़ में फलदार वृक्ष लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया था. बिरसा हरित ग्राम योजना में 15 मई तक योजना का तकनीकी एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान किया जाना था. 20 मई 2021 तक वही कार्य आदेश निकाल दी जानी थी. जबकि 20 मई से आरंभ में लॉकडाउट के बाद मिट्टी खुदाई संबंधी कार्य शुरू कर दिया जाना चाहिए था. 30 मई से सामग्री आपूर्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरा करनी थी. लेकिन योजना का रफ्तार सुस्त होने की वजह से समय पर मजदूरी का भुगतान न होना बताया जा रहा है.
गत वर्ष योजना का आया था बेहतर परिणाम
वित्तीय वर्ष 2020-21 में 24 जिला, 263 प्रखंड, 30023 लाभुक, 25695.3 एकड़ भूमि और 2641429 फलदार पौधे योजना के तहत लगाये गये थे. वित्तीय वर्ष 2020-21 में 30023 लाभुकों को योजना का लाभ मिला. वर्ष 2020-21 तक राज्य के 37764 ग्रामीणों परिवारों के 31667.68 एकड़ निजी जमीन पर लगभग 326800 फलदार वृक्ष और 800000 इमारती पौधे लगाये गये थे. इसके अतिरिक्त 150 एकड़ भूमि पर तसर कीट-पालन एवं लाह पालन के लिए अर्जुन का पौधा और सेमिआ लता का पौधारोपण हुआ है.
ग्रामीण विकास विभाग ने जिलों में किया है लक्ष्य निर्धारण
बोकारो 1000 ,चतरा 900, देवघर 1500 ,धनबाद 600, दुमका 1100, ईस्ट सिंहभूम 900, गढ़वा 1000, गिरिडीह 1200, गोडडा 1000, गुमला 3000 ,हजारीबाग 1000, जामतड़ा 900, खूंटी 1800, कोडरमा 600, लातेहार 700 ,लोहरदगा 700, पाकुड़ 600, पलामू 1000 ,रामगढ़ 700 रांची 2000, साहिबगंज 450 ,सरायकेला खरसावां 700, सिमडेगा 130, वेस्ट सिंहभूम 2000 एकड़ विभाग की ओर से कुल लक्ष्य 26650 एकड़ निर्धारित किया गया है.