Ranchi: बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में सिटी स्कैन मशीन, एमआरआई मशीन का अभाव है. मरीजों को इसके लिये प्राइवेट में जांच कराना पड़ रहा है. जो काफी महंगा भी है. गरीब जनता सरकार की नाकामियों को भुगतने को विवश है. उन्होंने कहा कि सरकार राज्य स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति कितनी लापरवाह है यह इसका यह प्रमाण है. ऐसे गंभीर विषय को टेंडर प्रक्रिया में उलझाए रखना सरकार की नीति और नियत में खोट को बताता है.
सरकार की नीति और नियत साफ नहीं
बाबूलाल ने कहा कि सरकार की नियत साफ रहती तो मशीन बेचने वाली कंपनियों से कॉटेशन मंगाकर पूछ सकती थी कि उन्होंने देश भर में किस-किस सरकारी अस्पतालों में किस दर में आपूर्ति की है. विशेषज्ञों की राय लेकर तुरंत मशीनों की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जा सकती थी, लेकिन लगता है कि सरकार की मंशा ठीक नहीं है. इन्हें जनता की चिंता नहीं है. जिसके कारण कोर्ट को फटकार लगानी पड़ रही है.
स्वास्थ्य सेवाओं से ज्यादा केंद्र को दोष देने में सरकार गंभीर
उन्होंने कहा कि यह सरकार कोरोना काल में भी अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के बजाय केंद्र सरकार को दोष देने में लगी रही. वेंटीलेटर सहित अन्य मशीनी कार्य के लिये टेक्नीशियन की नियुक्ति नहीं कर सकी और इसका खामियाजा गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा की हेमंत सरकार की लापरवाही के कारण ही पूर्व की सरकार द्वारा राज्य में स्थापित तीन नए मेडिकल कॉलेज में नामांकन नहीं हो सके. यह राज्य के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है. राज्य के होनहार युवाओं की प्रतिभा आज कुंठित हो रही.