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मेडिकल छात्रा गैंगरेप मामला, ममता के बयान पर भड़की भाजपा, कहा था, छात्राएं रात को बाहर न निकलें

Kolkata : पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में 23 वर्षीय मेडिकल छात्रा से गैंगरेप के मामले ने पुलिस द्वारा सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिये जाने की सूचना है. चार आरोपी रविवार पकड़े गये थे,  पांचवें आरोपी सादिक को आज गिरफ्तार किया गया है.

 

 

 

 

 

गैंगरेप मामले में ममता बनर्जी के एक बयान को लेकर भाजपा सहित कांग्रेस-वामपंथी दल सीएम ममता बनर्जी पर हमलावर है.  ममता बनर्जी ने इस घटना को लेकर कहा था कि लड़की को रात 12:30 बजे कॉलेज से बाहर कैसे जाने दिया गया?  संस्थान ने इसकी अनुमति कैसे दी. लड़कियों को अपनी सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए.

 

इस बयान पर भाजपा ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी जनता को गुमराह कर रही हैं. घटना के तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है. हालांकि ममता ने कहा है कि उनके  बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है.

 

 

भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि  ममता बनर्जी, जो प्रदेश की मुख्यमंत्री होने के साथ प्रदेश की गृहमंत्री भी हैं. प्रदेश की सुरक्षा उनका दायित्व बनता है.उनसे ये अपेक्षा भी की जाती है कि वो प्रदेश की इतना सुरक्षित कर देंगी कि उनके राज्य में महिलाएं, निर्भीक और सुरक्षित हों, लेकिन ममता बनर्जी, इस गैंगरेप को जस्टिफाई करती हैं और कहती हैं कि महिलाओं को देर रात बाहर नहीं निकलना चाहिए. 

 

प बंगाल भाजपा ने कहा है कि यह बयान किसी आम नागरिक का नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल की महिला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का है. यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने यौन उत्पीड़न के मामलों में पीड़िता को ही दोषी ठहराया हो या ऐसी घटनाओं को सजानो घटाना" कहकर खारिज कर दिया हो.  पार्क स्ट्रीट से लेकर कुमदनी, आरजी कार, हंसखली, संदेशखली और अब दुर्गापुर तक, ममता बनर्जी ने पीड़िता को ही दोषी ठहराया है. 

 

 

ममता बनर्जी रविवार को इस घटना पर सफाई पेश करते हुए कहा कि बंगाल सरकार की इस तरह के अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है. उन्होंने कहा कि पुलिस किसी दोषी को बख्शेगी नहीं. मुख्यमंत्री ने कॉलेज प्रशासन पर बरसते हुए कहा कि यह उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वह छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे. 

 

 

उन्होंने कॉलेज प्रबंधन से कहा कि वह सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करे.  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पत्रकारों क समक्ष कहा कि छात्रा रात 12.30 बजे कॉलेज परिसर के बाहर कैसे निकली, यह जांच का विषय है. उसे इतनी रात में बाहर जाने की अनुमति किसने दी. इस क्रम में उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि वे रात में अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें.  

 

हालांकि ममता ने कहा कि  वह कोई प्रतिबंध नहीं लगा रहा है, बल्कि सुरक्षा को लेकर  सलाह दे रही है.   ममता बनर्जी ने अपने बचाव में अन्य राज्यों ओडिशा, उत्तर प्रदेश, बिहार और मणिपुर आदि राज्यों का जिक्र किया.  कहा कि वहां दुष्कर्म पीड़िताओं के साथ अमानवीय व्यवहार होता है, जबकि बंगाल में ऐसा नहीं होता.

 

खबर है कि  पीड़िता के पिता ने ममता सरकार से कहा है कि उसकी जान खतरे में है, इसलिए उसे भुवनेश्वर जैसी किसी सुरक्षित जगह शिफ्ट किया जाये.   

 


   
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