Ranchi: रिम्स अस्पताल परिसर में चल रहे अवैध निर्माण को लेकर भाजपा ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया है. भाजपा प्रवक्ता अजय साह ने कहा कि राजधानी रांची में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर जमीन की व्यवस्थित और संगठित लूट जारी है. सरकारी अस्पताल की जमीन पर कब्ज़ा कर एक निजी अपार्टमेंट का निर्माण खड़ा कर दिया गया है, जो अपने-आप में बड़ा सवाल खड़ा करता है.
रिम्स में अवैध निर्माण में चल रहा नोटिस-नोटिस का खेल
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि जो नगर निगम आम नागरिकों के साधारण मकानों पर बुलडोजर चलाने में तत्पर रहता है, वहीं रिम्स में हो रहे अवैध निर्माण पर वर्षों तक केवल “नोटिस–नोटिस” का खेल खेलता रहा.
भाजपा ने दावा किया कि इस अवैध निर्माण में कांग्रेस के एक विधायक का नाम भी सामने आ रहा है, इसलिए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई अनिवार्य है. इस पूरे प्रकरण में स्वास्थ्य विभाग के साथ–साथ रांची नगर निगम के शीर्ष अधिकारी भी समान रूप से संलिप्त प्रतीत होते हैं.
रांची नगर निगम भ्रष्ट अधिकारियों की शरणस्थली
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी आरोप लगाया कि रांची नगर निगम पूरे राज्य के भ्रष्ट अधिकारियों की शरणस्थली बन गया है. दूसरे जिलों या नगर परिषदों में जब कोई अधिकारी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर जाता है, तो उसे रांची नगर निगम में पदोन्नत कर भेज दिया जाता है, ताकि वह राजधानी में बड़े पैमाने पर “खेल” कर सके.
रिम्स–2 के लिए जमीन अधिग्रहित करने पर तुली है सरकार
अजय साह ने यह भी सवाल उठाया कि क्या इसी “रिम्स मॉडल” को लागू करने के लिए सरकार भारी जनविरोध के बावजूद रिम्स–2 के लिए निवासियों की जमीन अधिग्रहित करने पर तुली हुई है? जब वर्तमान रिम्स की जमीन बिल्डरों और जमीन माफियाओं के हवाले कर दी गई है, तो क्या रिम्स–2 भी इसी तरह भूमाफियाओं के लिए नया खजाना बनाने की तैयारी है?
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