कोरोना महामारी के बीच नदी में कई जगहों पर शव मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है.गहमर गांव के पास गंगा नदी में दर्जनों लाशें मिली हैं
NewDelhi : कोरोना महामारी के बीच नदी में कई जगहों पर शव मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है. बक्सर के बाद अब यूपी-बिहार बॉर्डर के गहमर गांव के पास गंगा नदी में दर्जनों लाशें मिली हैं. इतनी बड़ी संख्या में शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. . बड़ी संख्या में लाशें मिलने ग्रामीणों को संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा सताने लगा है. ग्रामीणों ने इन शवों के मिलने की सूचना जिला प्रशासन को दी है. साथ ही गुहार लगायी गयी है कि जल्द से जल्द इन लाशों का अंतिम संस्कार कराया जाये.
बिहार की तरफ बहने वाली गंगा में शव मिले हैं
खबरों के अनुसार जहां लाशें मिली हैं. वह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के गहमर थाना क्षेत्र का इलाका है. वहां बिहार की तरफ बहने वाली गंगा में दर्जनों शव किनारों पर मिले हैं. जिससे क्षेत्र में बदबू और दूसरे किस्म के संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा मंडराने लगा है.
इस संबंध में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने गंगा में लाशों के मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है. उन्होंने कहा कि देर शाम एक जांच टीम भी मौके पर भेजी गयी है. रिपोर्ट आने के बाद उचित करवाई करेंगे.
ज्यादातर लोग शव को जल में प्रवाहित कर रहे हैं
गाजीपुर से बिहार की तरफ बहने वाली गंगा नदी गहमर थाना क्षेत्र के गहमर गांव से होकर गुजरती है. इसके आगे बिहार का चौसा क्षेत्र शुरू हो जाता है. स्थानीय लोगों के अनुसार आजकल कोरोना संक्रमण के चलते मौतों का आंकड़ा कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है. कहा कि हिंदू धर्म शास्त्रों को मानने वाले दो तरह से शवों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं. एक चिता जलाकर और दूसरा शवों को जल में प्रवाहित करके. इस समय ज्यादातर लोग शव को जल में प्रवाहित कर रहे हैं.
स्थानीय गहमर निवासी अखंड प्रताप का कहना है कि कोरोना काल में ज्यादातर लोग लाशों को जलाया नहीं जा रहा है. लोग ज्यादातर जल प्रवाह कर दे रहे हैं. कहा जा रहा है कि लकड़ी की कमी से लोग शव को जल में प्रवाहित कर रहे हैं. अखंड प्रताप ने बसाया कि गंगा में अधजले शव भी जगह-जगह उतराते हुए मिल रहे हैं, इस पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए. इससे महामारी का खतरा फिर पैदा हो रहा है.
नाविक ने कहा, ऐसा मंजर पहले कभी नहीं देखा
गंगा में नाव चलाने वाले बुजुर्ग नाविक शिवदास कहते हैं कि वो चालीस साल से नाव चलाने का काम कर रहे हैं, लेकिन गंगा में इतनी संख्या में बिखरे शवों का मंजर उन्होंने इससे पहले कभी नहीं देखा था. उन्होंने बताया कि दूर-दूर से लोग, बिहार से भी आकर शवों को गंगा में फेंककर चले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इससे बदबू और गंदगी फैल रही है, जिससे यहां अब कोई नहाना या गंगा जल भी पीना नहीं चाहता. चारों तरफ गंगा में धारा कम होने की वजह से लाशें किनारों पर बिखरी पड़ी हैं.
जान लें कि इससे पहले बिहार के बक्सर जिले में गंगा नदी में कम से कम 30 शव बरामद किये गये थे. जिला प्रशासन ने दावा किया कि बरामद शव बह कर आये हैं. कहा गया ये शव बिहार के न होकर उत्तर प्रदेश से बहकर आये हैं, फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.