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चास का जलस्तर गिरता जा रहा है
बताया जाता है कि इस योजना पर 156 करोड़ रुपए खर्च किये जाने थे. हलांकि कुछ घरों में जलापूर्ति शुरू की गई है. जबकि चास का जलस्तर गिरता जा रहा है. जिससे चास के कई मुहल्लों में पेयजल संकट बरकरार है. इस योजना के तहत लगभग आधा दर्जन जगहों पर जलमीनार निर्माणाधीन है. अभी और वक्त लगने की संभावना जताई जा रही है. जलापूर्ति योजना के नोडल पदाधिकारी सह शहरी संरचना विशेषज्ञ अमन मलिक ने बताया कि संवेदक पर निगम लगातार दबाव बना रहा है. प्रयास है कि जल्दी कार्य पूरा हो जाय. बता दें की जलापूर्ति योजना फेज वन की 2015 में आधारशिला रखी गई थी. जिसके बाद चास के लक्षित घरों में जलापूर्ति शुरू हुई थी. विभागीय आंकड़े बताते हैं कि 1 लाख 26 हजार घरों में जलापूर्ति शुरू की गयी है. लेकिन अभी हजारों लोग जलापूर्ति समस्याओं से निराकरण की उम्मीद में हैं. इसे भी पढ़ें- हीरो">https://lagatar.in/income-tax-raid-on-hero-motocorp-chairman-pawan-munjal-accused-of-showing-bogus-expenses/">हीरोमोटोकॉर्प के चेयरमैन पवन मुंजाल के ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड, बोगस खर्च दिखाने का आरोप [wpse_comments_template]

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