Search

Bulli Bai विवाद : दिल्ली पुलिस ने मुख्य आरोपी को असम से किया गिरफ्तार, अबतक चार लोग हो चुके हैं अरेस्ट

LagatarDesk :   दिल्ली पुलिस को Bulli Bai App मामले में बड़ी कामयाबी मिली है. दिल्ली पुलिस ने असम से Bulli Bai App को बनाने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है. उसे दिल्ली लाया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, आरोपी का नाम नीरज बिश्नोई है और वो असम के दिगंबर जोरहाट का रहने वाला है. उसकी उम्र 21 साल है. नीरज बिश्नोई वीआईटी भोपाल में इंजीनियरिंग सेकेंड ईयर का छात्र है. इस ऐप पर मुस्लिम महिलाओं को निशाने पर लेकर उनकी बोली तक लगाई जाती थी. https://twitter.com/ANI/status/1478986760239546368

श्वेता सिंह को उत्तराखंड से किया गया था गिरफ्तार

इस मामले में अबतक चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.  मुंबई पुलिस ने इससे पहले तीन लोगों की गिरफ्तारी की थी. जिसमें श्वेता सिंह, विशाल कुमार और मयंक रावल का नाम शामिल है. श्वेता सिंह को उत्तराखंड से अरेस्ट किया गया था. जो सिर्फ 21 साल की है. श्वेता सिंह ने अपने साथी के साथ मिलकर ये साजिश रची थी. उसने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर Bulli Bai app के माध्यम से उन महिलाओं को लेकर अपमानजनक और अभद्र बातें लिखी. उनकी बोली लगाने जैसा घिनौना काम किया. इसे भी पढ़े : सरकार">https://lagatar.in/government-is-either-scared-or-surrounded-by-naxalites-criminals-babulal-marandi/">सरकार

या तो डरी हुई है या फिर नक्सलियों-अपराधियों से घिरी हुई है- बाबूलाल मरांडी

Bulli Bai app कांड का दूसरा आरोपी बेंगलुरु से हुआ था गिरफ्तार

Bulli Bai app कांड के दूसरे आरोपी विशाल कुमार को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था. फिर बेंगलुरु के कोर्ट में पेश किया था. जहां से उसे 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है. साथ ही Bulli Bai app मामले में कोर्ट ने पुलिस को उसके ठिकानों पर तलाशी लेने की अनुमति दे दी है. इसे भी पढ़े : योगेन्द्र">https://lagatar.in/supreme-court-refuses-to-grant-bail-to-yogendra-sao-directs-to-end-the-trial-in-3-months/">योगेन्द्र

साव को ज़मानत देने से सुप्रीम कोर्ट ने किया इनकार, 3 माह में ट्रायल खत्म करने का दिया निर्देश

नाम बदलकर रची गयी थी साजिश

इस शर्मनाक कांड की मुख्य आरोपी महिला Bulli Bai app से जुड़े तीन खाते संचालित कर रही थी. जबकि उसका शातिर दोस्त विशाल कुमार ने खालसा सुप्रीमिस्ट के नाम से खाता खोला था. ताकि लोगों को गलत फहमी हो और वो खालसा से मतलब ये निकालें कि इस साजिश के पीछे कोई सिख व्यक्ति है. लेकिन दोनों आरोपियों की साजिश को मुंबई पुलिस ने नाकाम कर दिया. 100 मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ ये साजिश बेहद शातिराना तरीके से रची गयी थी. जिसके पीछे इन दोनों की नफरत और गंदी सोच थी. इसे भी पढ़े : वैक्सीन">https://lagatar.in/side-effects-seen-in-children-after-taking-the-vaccine-then-contact-the-doctor-soon/">वैक्सीन

लेने के बाद बच्चों में दिखे साइड इफेक्ट, तो जल्द करें डॉक्टर से संपर्क [wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp