इसे भी पढ़ें : एम्स-नीति">https://lagatar.in/report-of-aiims-niti-aayog-hospitals-of-the-country-are-sick-timely-treatment-is-not-available-30-percent-deaths-occur/">एम्स-नीतिReceived a call from @PMOIndia">https://twitter.com/PMOIndia?ref_src=twsrc%5Etfw">@PMOIndia
">https://t.co/FPBVAPVWQ2">https://t.co/FPBVAPVWQ2
and spoke with PM Narendra Modi who expressed concern over the case. Truly humbled and honoured on receiving his call and his words that the case would be looked into. Proud to be an Indian and even prouder of the PMs personal intervention. Jai Hind https://t.co/FPBVAPVWQ2
— Lt Gen D S Hooda (@LtGenHooda) December">https://twitter.com/LtGenHooda/status/1472194160945860611?ref_src=twsrc%5Etfw">December
18, 2021
आयोग की रिपोर्ट : देश के अस्पताल बीमार! समय पर इलाज नहीं मिलता, हो जाती हैं 30 फीसदी मौतें
दीपेंदर सिंह हुड्डा की बहन ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था
2016 सर्जिकल स्ट्राइक के उत्तकी कमान के कमांडर रहे लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) दीपेंदर सिंह हुड्डा की बहन ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था. लिखा कि अमेरिका ने अप्रैल 2021 में कैंसर की नयी दवा Sacituzumab Govitecan को मंजूरी दी है. यूरोपियन एजेंसी से भी इसे मंजूरी मिल चुकी है, म गर भारत में नहीं. बता दें कि सुषमा ने पीएम से दखल देकर दवा को जल्द मंजूरी दिलाने की मांग की, ताकि कैंसर से पीड़ित लोगों को बचाया जा सके, शनिवार शाम ले जनरल (रिटा.) डीएस हुड्डा ने इस मामले में ट्वीट किया. कुछ देर बाद ही PMO से फोन आ गया. हुड्डा ने कहा कि पीएम ने उनकी बहन के केस पर चिंता जताई. हुड्डा ने कहा कि वह पीएम का कॉल आने पर गर्व महसूस कर रहे हैं. इसे भी पढ़ें : अरुंधति">https://lagatar.in/arundhati-roy-said-one-pm-one-term-formula-should-be-implemented-in-the-country-also-said-umar-khalid-is-not-a-terrorist/">अरुंधतिरॉय ने कहा, देश में लागू हो एक पीएम, एक कार्यकाल का फॉर्म्युला, यह भी कहा, उमर खालिद आतंकी नहीं है…
तीरा कामत नाम की बच्ची के लिए 6 करोड़ का टैक्स माफ किया
alt="" width="600" height="400" /> फरवरी 2021 में भी इसी तरह की खबर आयी थी.पीएम मोदी ने उस समय 5 माह की तीरा कामत नाम की बच्ची के लिए 6 करोड़ रुपये का टैक्स माफ कर दिया था. फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास एक माता-पिता की गुहार आयी थी.5 महीने की रहीं तीरा कामत को स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) नाम की बीमारी है. उसका इलाज जिस इंजेक्शन से संभव था, वह अमेरिका से मंगाना पड़ता है. इलाज का खर्च बिना टैक्स के करीब 16 करोड़ रुपये बैठता है, तीरा के माता-पिता ने क्राउंड फंडिंग कर जरूरी पैसे जुटा लिये. मगर टैक्स के लिए और रकम चाहिए थी. कोई चारा न देख कर दोनों ने पीएम मोदी से गुहार लगाई. तीरा के पैरंट्स की अपील पर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार को पत्र लिखा. फडणवीस ने केंद्र से आयात ड्यूटी और जीएसटी माफ करने को कहा. केंद्र ने इसे मान लिया और करीब छह करोड़ रुपये का टैक्स माफ कर दिया. [wpse_comments_template]
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