Chaibasa : पश्चिमी सिंहभूम जिले के स्कूलों में मिड डे मील (एमडीएम) के संचालन के लिये पैसे नहीं हैं. ऐसे में स्कूलों के शिक्षक अपने पॉकेट से पैसे लगाकर मध्याह्न भोजन का संचालन कर रहे है. एमडीएम के नाम पर सरकार ने जिला के स्कूलों को सिर्फ चावल दिये हैं. विद्यालय के शिक्षक अपने स्तर से अन्य समाग्रियों की व्यवस्था कर एमडीएम का संचालन कर रहे हैं. सभी एमडीएम के संचालित विद्यालयों में यह समस्या हो रही है. उत्क्रमित मध्य विद्यालय पंडावीर के शिक्षक अनिल कुमार ने बताया कि चावल के अलावा भोजन बनाने के लिए कुछ भी नहीं है. ऐसे में शिक्षक अपने पॉकेट से या स्थानीय कोई दुकान से उधार लेकर स्कूलों में एमडीएम का संचालन कर रहे हैं. यह स्थिति शहरी क्षेत्र के स्कूलों में भी है. आदर्श नगर पालिका बांग्ला मवि में भी शिक्षकों के प्रयास से ही बच्चों को खाना मिल रहा है. दूर-दराज के स्कूलों में भी एमडीएम के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई. खूंटपानी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय परम करकट्टा के प्रधान शिक्षक राजदेव विश्वकर्मा ने बताया कि शिक्षक अपने स्तर से बच्चों को खाना खिलाने का काम कर रहे हैं. खाना बनाने के लिये सारी व्यवस्थाओं का प्रबंध करना पड़ता है, तब बच्चों का खाना तैयार होता है और बच्चे खा पाते हैं. इसे भी पढ़ें : पटना:">https://lagatar.in/patna-the-amines-who-took-salary-without-work-fell-revenue-department-in-action/">पटना:
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चाईबासा : एमडीएम के नाम पर सरकार ने दिये केवल चावल, शिक्षक अपने पैसे से खरीद रहे अन्य सामान

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