Chaibasa ( Sukesh kumar) : कोल्हान विश्वविद्यालय की सेंट्रल लाइब्रेरी अब शत प्रतिशत डिजिटल लाइब्रेरी बन गई है. अब विद्यार्थियों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा. सेंट्रल लाइब्रेरी ने अपने भविष्य योजना के तहत सभी कॉलेजों को सेंट्रल लाइब्रेरी से कनेक्ट करना है. जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अब तक सिर्फ को-ऑपरेटिव कॉलेज जमशेदपुर को कनेक्ट किया गया है. वहां के लाइब्रेरी में जितनी पुस्तक होगी. उसका पूरा ब्यौरा कोल्हान विवि के सेंट्रल लाइब्रेरी के पास भी होगा. इसके साथ ही कनेक्ट होने वाले कॉलेज के पास भी सेंट्रल लाइब्रेरी में जितनी किताबें होंगी, उसका सारा ब्यौरा होगा, ताकि विद्यार्थी को जो किताब चाहिए, अगर वो नहीं मिले तो इस स्थिति में कनेक्ट कॉलेजों की लाइब्रेरी में सर्च कर वहां उपलब्ध होगी, तो विद्यार्थी को उपलब्ध करा दिया जाएगा. इस तरह की सुविधा होने से विद्यार्थी को कही भी किताब के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. विद्यार्थी अब आसानी से अपना किताब निकाल सकते हैं. परिचय पत्र बनाने में भी अब विलंब नहीं लगेगा. सिर्फ दो मिनट में फेस स्कैन कर सारा ब्यौरा कंप्यूटर से निकल जाएगा और आई कार्ड बनकर विद्यार्थी के हाथ में चला जाएगा. किताब से जुड़ा सारा लेनदेन डिजिटल सिस्टम से ही होगा.
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कोल्हान विवि की सेंट्रल लाइब्रेरी में 16457 किताब, शोध के लिए 4221 पुस्तक उपलब्ध
कोल्हान विवि की सेंट्रल लाइब्रेरी पहले की तुलना में फिलहाल बेहतर हो गया है. अब प्रत्येक साल किताबों की संख्या बढ़ती जा रही है. वर्तमान समय में 16457 किताब लाइब्रेरी में उपलब्ध है. वहीं शोध करने वाले शोधार्थी के लिए भी अलग से सुविधा दी गई है. इसके लिये 4221 पुस्तक अलग से है, जो सिर्फ विभिन्न विषय में शोध करने वाले विद्यार्थी ही अध्ययन कर सकते हैं, जबकि लगभग दो हजार की संख्या में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय जनरल में भी रखा गया है. विद्यार्थी दुनिया के प्रसिद्ध प्रोफेसर का लेख को पढ़ सकते हैं.
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सेंट्रल लाइब्रेरी में वाई-फाई के साथ सिटिंग रूम की व्यवस्था
कोल्हान विवि में लाइब्रेरी को इतनी सुविधा पूर्ण बनाया गया है कि विद्यार्थी वहां बैठ कर पढ़ाई कर सकते है. सिंटिंग रूम की अलग व्यवस्था की गयी है. इसे पूरी तरह से कम्प्यूटराइज कर दिया गया है. ऑनलाइन ई-लाइब्रेरी के तहत भी विद्यार्थी अपनी पढ़ाई कर सकते है. यूजीसी के सारे नियम का पालन किया जा रहा है. सॉल 3.0 सॉफवेयर की सेंट्रल लाइब्रेरी में इस्तेमाल किया जाता है. यहां से विद्यार्थी को किताबें खोजने में पूरी आसानी हो रही है. लाइब्रेरी में वाई-फाई की सुविधा बहाल की गई है. विद्यार्थी यदि लाइब्रेरी के अंदर बैठक कर पढ़ाई करेंगे तो विवि के वाई-फाई का इस्तेमाल कर सकते है.
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सेंट्रल लाइब्रेरी में प्रवेश पर बना नियम
कोल्हान विवि की सेंट्रल लाइब्रेरी में कोल्हान विवि के विद्यार्थी व शोधार्थी को ही सुविधा उपलब्ध होगा. वैसे विद्यार्थी यदि वे अन्य कॉलेज में अध्ययन कर रहे हैं और वे सेंट्रल लाइब्रेरी में आकर किताब पढ़ सकते हैं तो उसे सुविधा दी गई है. हालांकि इसके लिए लाइब्रेरी कार्ड बनाना अनिवार्य है. विद्यार्थी को किताब घर ले जाने की भी सुविधा है.
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कोल्हान विविश्वविद्यालय की सेंट्रल लाइब्रेरी अब पूरी तरह से डिजिटल लाइब्रेरी हो चुकी है. विद्यार्थी का सारा कार्य कम्प्यूटराइज हुआ है. लगातार सुविधा बढ़ रही है. आने वाले दिनों में और भी सुविधा बढ़े इसे लेकर हर तरह का प्रयास किया जा रहा है. कोल्हान विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी कॉलेजों के लाइब्रेरी को नेटर्वकिंग के माध्यम से कनेक्ट किया जा रहा है. अभी तक को-ऑपरेटिव कॉलेज को ही कनेक्ट किया गया है. इससे विद्यार्थी को अधिक सुविधा मिलेगी. एक जगह बैठक कर विद्यार्थी देख सकते है कि कौन से पुस्तक किस कॉलेज में है.
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