Chaibasa (Sukesh kumar) : झारखंड में जो 1932 खतियान की बात करेंगे वही झारखंडी कहलाएंगे. उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों ने झारखंड को लूटा है. झारखंडियों को बेवकूफ बनाने का काम भाजपा सरकार ने किया. झारखंड में सबसे अधिक दिनों तक राज भाजपा ने किया है. लेकिन सिर्फ झारखंडियों का शोषण हुआ. बिहार, उत्तर प्रदेश (यूपी) के लोग यहां गुपचुप, लिट्टी चोखा बनाने के लिए आते हैं, लेकिन कुछ दिनों बाद तल्ला का तल्ला मकान बना लेते हैं. यह बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चाईबासा के कूटकाटी मैदान में मंगलवार को आयोजित खतियानी जोहार यात्रा कार्यक्रम में कहीं. उन्होंने कहा कि लंबे समय तक आंदोलन करने के बाद झारखंड राज्य बना है. इसको विफल होने नहीं दिया जाएगा. झारखंड में भाजपा सबसे अधिक दिनों तक सत्ता में रही, लेकिन इसका विकास नहीं किया. वीर शहीदों के बलिदान के बाद झारखंड राज्य मिला है. इसका सम्मान हम सभी झारखंडियों को करना चाहिए. भाजपा की सरकार ने यहां के आंगनबाड़ी, पारा शिक्षकों के साथ शोषण किया है. यहां के लोगों पर अत्याचार कर सत्ता पर बनी रही. लंबे समय तक होने के बावजूद भी यहां का विकास नहीं किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष की सरकार महाराष्ट्र, गुजरात समेत देश के कई राज्यों में बने उस राज्य का विकास हुआ, लेकिन झारखंड का विकास नहीं हुआ, क्योंकि उनकी नीयत में यहां के झारखंडियों को विकसित नहीं करना है. जब हमारी सरकार आगे बढ़कर काम कर रही है, जनहित में लोकप्रिय बन रही है तो वे परेशान हो रहे हैं. वह सिर्फ हमें परेशान कर सकते हैं, परास्त नहीं कर सकते.
इसे भी पढ़ें : चांडिल : हटिया-हावड़ा क्रिया योगा एक्सप्रेस का होगा ठहराव
कुछ आदिवासी नेताओं को आगे बढ़ा लुटेरों को अंदर किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुछ आदिवासी नेताओं को आगे बढ़ा कर लुटेरों को अंदर किया है. झारखंड में जब भाजपा की सरकार बनी तो 11 लाख राशन कार्डधारियों का राशन कार्ड रिजेक्ट कर दिया. लेकिन हमारी सरकार जैसे ही बनी 20 लाख नए राशन कार्ड बना कर उन्हें लाभ दिया जा रहा है. झारखंड में कम सुविधा होने के बावजूद भी कोरोनाकाल में एक भी मजदूर को मरने नहीं दिया. झारखंड से बाहर काम करने वाले मजदूरों को घर वापस लाने का काम किया. जिस राज्य के राजा व्यापारी होंगे उस राज्य की जनता भिखारी होती. भाजपा व्यापारियों की सरकार है. हमारी सरकार मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत यहां के बेरोजगारों को रोजगार करने का लाभ दे रही है. मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत मुर्गी पालन आदि कई कार्य यहां के बेरोजगार युवा कर सकते हैं.
इसे भी पढ़ें : कांग्रेस ने पूर्व मंत्री अब्दुर रज्जाक अंसारी को जयंती पर किया याद
हमारे लोग सिर्फ शोषित होते हैं
उन्होंने कहा कि बिहार, उत्तर प्रदेश (यूपी) के लोग यहां गुपचुप, लिट्टी चोखा बनाने के लिए आते हैं, लेकिन कुछ दिनों बाद तल्ला का तल्ला मकान बना लेते हैं. हमारे लोग सिर्फ शोषित होते हैं. आदिवासी मूलवासी के लोग अच्छे पद पर नहीं होते हैं. यहां के जेलों में सबसे अधिक आदिवासी, दलित व अल्पसंख्यक हैं. पश्चिमी सिंहभूम में 24000 करोड़ रुपया खर्च करने के लिए है, लेकिन इसका इस्तेमाल सिर्फ व्यापारी ही कर सकते हैं जो एक दुर्भाग्यपूर्ण है. केंद्र सरकार ने ऐसे वन अधिनियम कानून बनाया है, जिसके तहत यहां के जंगल की कटाई बिना ग्रामसभा के कर सकते हैं. लेकिन यह केंद्र सरकार की षड्यंत्र को यहां चलने नहीं दिया जाएगा. जल, जंगल जमीन को बचाना हमारा उद्देश्य है. बिना ग्राम सभा के जंगल तक नहीं काट सकते हैं. यहां के लोगों को बोका समझ कर रखा है. लेकिन हम लोग बोका नहीं हैं, हम लोग बोका बनाएंगे.
इसे भी पढ़ें : सोनुवा : आग से झुलस कर वृद्ध महिला गम्भीर, चाईबासा रेफर
आने वाले दिनों में विकास होने से कोई नहीं रोक सकता
कार्यक्रम में मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि कोल्हान की धरती को एक युवा मुख्यमंत्री मिला है. आने वाले दिनों में यहां का विकास होने से कोई नहीं रोक सकता है. सरकार ने कई कल्याणकारी योजना बना रखी है. इसका लाभ यहां की जनता ले रही है. इस दौरान मंत्री जोबा मांझी ने भी कई कल्याणकारी योजना की बात कही. मौके पर पश्चिमी सिंहभूम झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव, सदर चाईबासा के विधायक दीपक बिरुवा, खरसावां के विधायक कृष्णा गागराई, मझगांव के विधायक निरल पूर्ति ने भी कहा कि सरकार हर समय आदिवासी मूलवासियों के साथ रहेगी. खतियानी जोहार यात्रा में विभिन्न गांव से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे.
इसे भी पढ़ें : चक्रधरपुर : केंद्रीय विद्यालय में रैफ के जवानों ने बच्चों को अपने कार्यप्रणाली के बारे में दी जानकारी
टाटा कॉलेज मैदान में विभिन्न विभागों के साथ समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने टाटा कॉलेज मैदान में आयोजित समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों की समीक्षा की. इस दौरान सिमडेगा जिला और पश्चिमी सिंहभूम जिला की कई योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि यहां की योजनाओं को धरातल पर उतारने का प्रयास करें. बैठक में मुख्यमंत्री ने गुदड़ी व बंदगांव प्रखंड क्षेत्र में ममता वाहन नियमित रूप से नहीं चल रहे हैं, उसे अविलंब ठीक करने की बात कही. दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों में विकास का खाका तैयार करें, अन्यथा संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने वरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि उच्च पदाधिकारी समय पर काम नहीं कर रहे हैं, उस पर कार्रवाई कर जनता तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाएं.