Chaibasa (Sukesh kumar) : झारखंड में 1932 का खतियान लागू कर राज्य सरकार झारखंड को दो भागों में बांटने का प्रयास कर है. झारखंड के मुख्यमंत्री भले ही जनजाति से आते हों, लेकिन आदिवासी विरोधी हैं. यह बातें गृहमंत्री अमित शाह ने टाटा कॉलेज मैदान में शनिवार को आयोजित भाजपा के विजय संकल्प महारैली कार्यक्रम में कहीं. उन्होंने कहा कि राज्य में आदिवासी सरकार ही लूट रही है. आदिवासी के नाम पर जमीन बेची जा रही है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के 1964 बंदोबस्ती को कोल्हान में लागू करने संबंधित बयान का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य के कोल्हान में 1964 में बंदोबस्ती हुई है. उस खतियान को भी लागू करना चाहिए. राज्य सरकार डीएमएफटी फंड का दुरुपयोग कर रही है. जनजाति के लिए जो विकास फंड जारी किया गया है, उसका सही उपयोग नहीं कर पा रही है. अमित शाह ने भगवान बिरसा मुंडा को नमन कर अपना संबोधन शुरू किया. इस दौरान कहा कि कोल्हान शहीदों की भूमि है. यहां के कई वीर शहीद हो चुके हैं. शहीद पोटो हो अंग्रेजों को लोहा दे चुका है. ऐसे धरती में यदि विकास नहीं होगा तो यहां के लिए दुर्भाग्य है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार जमीन हड़पने का काम कर रही है. वर्ष 2024 में इस सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प हर किसी को लेना है. खतियान के नाम पर आदिवासियों को धोखा दे रही है. रोजगार की बात करती है, लेकिन रोजगार पूरी तरह से फेल है. घुसपैठियों की सरकार है. उन्होंने कहा कि राज्य में जब भाजपा की सरकार थी तो कई विकास हुए.
इसे भी पढ़ें : चाईबासा : क्रांतिकारी आदिवासी महासभा का महाजुटान 23 जनवरी को, जुटेंगे हजारों लोग
सारंडा के लोग आज भी लाल पानी पीते हैं : मरांडी
मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा ने झारखंड अलग राज्य का निर्माण यहां की जनता का विकास के लिये किया था. कोल्हान व सारंडा की आयरन ओर से बडे़-बडे़ शहरों का विकास हुआ, लेकिन सारंडा के लोग आज भी लाल पानी पीने को मजबूर हैं. डीएमएफटी फंड से विकास नहीं, लूट मची हुई है. वर्तमान सरकार सिर्फ अपने परिवार की चिंता कर रही है, जनता की नहीं. राज्य को दलाल, बिचौलिया आदि चला रहे हैं. खनिज, वन सम्पदा एवं बालू तक की लूट मची है. राज्य में कानून व्यवस्था खत्म है. गौ तस्कर, लुटेरे, अपराधी, बलात्कारी हावी हैं. उन्होंने गृह मंत्री से इस राज्य की लुटेरी सरकार को मुक्ति दिलाने की अपील की.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : घोड़ाबांधा मध्य विद्यालय में कानूनी जागरूकता कार्यशाला आयोजित
14 लोकसभा सीट पर विजय कराने का लें संकल्प : प्रदेश अध्यक्ष
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी, 303 सांसद जिताने, अटक से लेकर कटक तक भाजपा का विस्तार, कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाने का काम, नॉर्थ इस्ट में हिंसा को खत्म कराने, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में हुआ. चाईबासा का एक लोकसभा व छह विधानसभा समेत झारखंड के 14 लोकसभा की सीट पर भाजपा की विजय कराने का संकल्प लें.
इसे भी पढ़ें : रामगढ़ : मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना को लेकर बैठक, डीसी ने दिये निर्देश
कोल्हान की धरती वीरों की है : अर्जुन मुंडा
केन्द्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री सह पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि कोल्हान की धरती वीरों व भारत के सपूतों की धरती है. यहां की मिट्टी कभी हार नहीं मानती. आजादी के बाद कांग्रेस ने कभी आदिवासियों को नहीं समझा. इन्हीं आदिवासियों ने अंग्रेजों से संघर्ष कर आजादी में अहम योगदान व बलिदान दिया. भाजपा व प्रधानमंत्री ने आदिवासियों को बिरसा जयन्ती के अवसर पर स्वाभिमान दिवस मनाने का निर्णय लिया. उनके नेतृत्व में जन जाति समाज आगे बढ़ रहा है. हमने हर प्रखंड में एकलव्य आवासीय विद्यालय बनाने का कार्य प्रारम्भ किया, ताकि हमारे आदिवासी व गरीब बच्चे सीबीएसई स्तर की गुणवता और पूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सके. आदर्श ग्राम बनाने की राशि का उपयोग राज्य सरकार नहीं कर रही है. गांवों में सभी प्रकार की सुविधा ग्रामीणों को मिले, ऐसी व्यवस्था केन्द्र सरकार को करना चाहती है. सभी का विकास हो इसका हम संकल्प लें.
इसे भी पढ़ें : चाकुलिया : कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कक्षा छह में नामांकन के लिए हुई बैठक
1800 करोड़ रुपए से पेयजल आपूर्ति शुरू की
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि चाईबासा से ही भगवान बिरसा मुंडा, पोटो हो, गोरो पिंगुवा आदि ने अंग्रेजी हुकुमत की जडे़ं हिलायीं व विद्रोह छेड़ा था. भाजपा के शासन काल में आदिवासियों का मान, सम्मान, उत्थान व विकास करने, द्रौपदी मुर्मू जैसी महिला को राष्ट्रपति बनाने का कार्य किया. चाईबासा क्षेत्र के लोग लाल पानी पीते थे. हमने डीएमएफटी फंड से 1800 करोड़ रूपये का यहां पेयजल आपूर्ति योजना प्रारम्भ की. लेकिन वह आज तक पूर्ण नहीं हुआ. मेडिकल कॉलेज का काम हमने प्रारम्भ किया, लेकिन कमीशन के कारण उसे भी बंद करा दिया. 400 करोड़ रुपये डीएमएफटी फंड में है, लेकिन उसमें लूट मची है. चाईबासा में 7 आदिवासियों का नरसंहार हुआ और मुख्यमंत्री कहते हैं कि मारने व मरने वाला दोनों हमारा. यहां आदिवासी युवतियों को जिंदा जला दिया जाता है. जिस मुख्यमंत्री के हाथ खून से रंगे हों वह आज जोहार यात्रा निकाल रहे हैं. इस सरकार से किसी को न्याय नहीं मिलने वाला है. प्रशासनिक भ्रष्टाचार, बेरोजगारी का जहर यह सरकार तीन वर्षों में घोली. चाईबासा से हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकने का उलगुलान किया.
इसे भी पढ़ें : घाटशिला : हर घर नल जल योजना के जागरूकता रथ को बीडीओ ने किया रवाना
आंदोलन का केंद्र रही है कोल्हान की भूमि : सांसद
सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि झारखण्ड आंदोलन का केन्द्र कोल्हान की भूमि रही. इसकी बदौलत झारखंड अलग राज्य मिला. सारंडा जंगल से जलावन की लकड़ी लेने वाले जेल भेजे गये, लेकिन सागवान व साल पेड़ को काटकर तस्करी करने वाले जेल नहीं भेजे गये. कोल्हान की किरीबुरु से लेकर जादूगोड़ा, मुसाबनी, कुन्दरुझोर आदि खनिज सम्पदाओं से भरा है, लेकिन यहां के आदिवासियों व लोगों के तन पर कपड़ा नहीं है, बेहतर स्कूल नहीं हैं, सारंडा के लोग लाल पानी पीने को मजबूर हैं, लोग पलायन कर रहे हैं, लेकिन बाहर में भी सम्मानजनक काम नहीं मिल रहा है. अगर कांग्रेस सरकार सारी व्यवस्था ठीक रखती तो यहां के लोग एके-47 हाथ में नहीं पकड़ते. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व पर अब जनता का विश्वास बढ़ा है.
इसे भी पढ़ें : बहरागोड़ा : प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत मिला दो लाख का चेक
तीन वर्ष में झारखंड को सिर्फ लूटा : राज्यसभा सदस्य
राज्यसभा सदस्य सह अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव ने कहा कि झामुमो व कांग्रेस की सरकार में बुरुगुलिकेरा समेत झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में अनेकों नरसंहार हुये. तीन वर्ष में झारखंड का विकास नहीं कर सिर्फ लूटने का कार्य किया. संथाल परगना में खनिज सम्पदाओं की भारी लूट मची है. हेमंत सरकार आदिवासियों को गुमराह कर उनके हित की योजनाओं को उन तक पहुंचने नहीं दे रही है. सांसद सुनील सोरेन ने संथाली में, विधायक सह पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने मुंडारी में, दिनेशानंद गोस्वामी ने ओड़िया में, मेनका सरदार, मनोज लेयांगी आदि ने संबोधित किया.
इसे भी पढ़ें : पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड जारी, शीत लहर की आगोश में अधिकतर आबादी
निर्धारित समय के 3 घंटे विलंब से कार्यक्रम हुआ शुरू
टाटा कॉलेज मैदान में विजय संकल्प महारैली का निर्धारित समय 10.40 था. लेकिन लोगों के नहीं पहुंचने के कारण कार्यक्रम काफी विलंब से शुरू हुआ. सभा स्थल पर संबोधन से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने एक घंटे तक कोल्हान विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में कोर कमेटी की एक घंटे बैठक की. अंतिम समय तक लगभग 15000 लोग सभा स्थल तक पहुंचे थे.