Chakulia : चाकुलिया वन क्षेत्र काजू के उत्पादन में राज्य में अव्वल स्थान रखता है. इस वन क्षेत्र में लगभग 3000 हेक्टेयर वन भूमि और लगभग 1000 हेक्टेयर रैयत भूमि पर काजू के वृक्ष हैं. प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये के काजू का उत्पादन होता है. इन दिनों काजू के वृक्ष फूलों से लदने लगे हैं.
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काजू के पेड़ हो रहे बर्बाद
मार्च और अप्रैल तक काजू के पेड़ फलों से लग जाएंगे और काजू बीज का संग्रह शुरू होगा. काजू बीज का संग्रह वन सुरक्षा समितियों द्वारा किया जाता है. ज्ञात हो कि काजू जंगलों की सुरक्षा नहीं हो रही है. काजू के पुराने पेड़ धीरे-धीरे बर्बाद हो रहे हैं. आग से भी काजू जंगलों को भारी नुकसान होता है.
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