Chandil (Dilip Kumar) : वैशाख कुनामी के अवसर पर शुक्रवार को चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती मनाई जा रही है. पंडित रघुनाथ मुर्मू जयंती के अवसर पर जगह-जगह उनकी प्रतिमा और तस्वीर पर माल्यार्पण कर लोग उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं. मौके पर सिंहभूम कालेज चांडिल परिसर में शुक्रवार को संथाली ओलचिकी लिपि के रचयिता गुरु गोमके रघुनाथ मुर्मू की 188वां जंयती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. सिंहभूम कालेज चांडिल के छात्रों ने गुरु गोमके की तस्वीर पर बारी-बारी से माल्यार्पण कर व पारंपारिक वाद्य यंत्रों के धुन पर धार्मिक गान के साथ उन्हें याद किया. मौके पर छात्र नेता सुदामा हेम्ब्रम ने कहा कि संथाली भाषा ओलचिकी लिपि की खोज गुरु गोमके रघुनाथ मुर्मू द्वारा की गई थी. संथाल समुदाय बड़े हर्ष व उल्लास के साथ हर वर्ष बैशाख कुनामी को गुरु गोमके की जंयती मनाता है. इस अवसर पर सोमचांद टुडू, अनिकेत मांझी, लक्ष्मण हांसदा, सुमित मार्डी, बाबुराम सोरेन, फागुन मार्डी समेत बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित थे.
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