एडमिशन के टेंशन पर भारी फीस की परेशानी; अभिभावक परेशान, स्कूल भी आर्थिक संकट में
परीक्षाओं का आयोजन नहीं होने से देश के लाखों छात्र हताश और निराश
उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार नौजवानों को पकौड़ा बेचने और राज्य की सरकार अंडा-मुर्गी बेचने का सलाह दे रही है. ऐसे में छात्रों ने महंगी फीस देकर के उच्च शिक्षा किस उद्देश्य से हासिल की थी. आरआरबी व एनटीपीसी की परीक्षा परिणाम में अनियमितता बरती गई है. साथ ही 2019 में लिए गए आवेदन के लिए अब तक परीक्षाओं का आयोजन नहीं हो पाने से देश के हजारों लाखों छात्र हताश और निराश हैं. जिस प्रकार से बिहार और यूपी के आंदोलनकारी छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठियां बरसाई गईं हैं वह कहीं से भी उचित नहीं है.प्रतियोगी परीक्षाओं का वार्षिक कैलेंडर जारी करने की मांग
इस दौरान मांग की गई कि जल्द से जल्द पुलिसिया दमन करने वाले अधिकारियों पर उचित कार्रवाई हो, सही समय पर परीक्षा का आयोजन और परीक्षा परिणाम जारी किया जाए, सभी प्रतियोगी परीक्षाओं का वार्षिक कैलेंडर जारी किया जाए. इस मौके पर हराधन महतो, जिला सचिव विशेश्वर महतो, प्रभात कुमार महतो, युधिष्ठिर प्रमाणिक, आकाश प्रमाणिक, मार्शल हांसदा, शिकारी मांझी, तुषार,पंचू कैवर्त, गंगाधर आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें: पेशेवर">https://lagatar.in/police-should-strictly-deal-with-professional-criminals-by-identifying-them-only-then-development-works-will-get-momentum-hemant-soren/">पेशेवरअपराधियों को चिह्नित कर उनसे सख्ती से निपटे पुलिस, तभी विकास कार्यों को गति मिलेगी : हेमंत सोरेन [wpse_comments_template]

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