Chatra : चतरा जिले के टंडवा थाना क्षेत्र के एनटीपीसी गेट नंबर दो के पास एक युवक को लोहे के पोल से बांधकर बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया है. घटना बीते 28 जून की है. पीड़ित युवकों हजारीबाग के हुरहुरी निवासी आशीष पासवान (पिता दीपक पासवान) व सिरसी के मोनू कुमार (पिता बिजन पासवान) ने स्थानीय थाने में फोटोकॉपी दुकान के संचालक सचिन गुप्ता के खिलाफ झूठा आरोप लगाकर जानलेवा हमला करने की लिखित शिकायत दर्ज कराई है.
आवेदन में पीड़ितों ने कहा है कि वे दोनों एनबीईटी ट्रांसपोर्ट में वाहन चलाते हैं. घटना की शाम वे सामान लेकर एनटीपीसी आए थे, जहां कुछ जरूरी कागजात की जेरॉक्स कॉपी कराने के लिए सचिन गुप्ता की दुकान में गए थे. वापस लौटने पर दुर्भाग्यवश देर हो चुकी थी, जिससे माल खाली नहीं हो पाया. पीड़ितों ने आगे बताया कि अगली सुबह गाडीलॉन्ग निवासी फोटोकॉपी दुकान संचालक सचिन गुप्ता और उनके पिता सुनील गुप्ता ने उन्हें बुलाया. वहां पहुंचते ही दोनों ने उन पर खाते से 40 हजार रुपये किसी और द्वारा हैक करने का झूठा आरोप लगाया और जानलेवा हमला कर उन्हें घायल कर दिया. इस मारपीट का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक को पोल से बांधकर बुरी तरह पीटा जा रहा है, जबकि वहां मौजूद कई लोग तमाशबीन बने देख रहे हैं.
बताया जाता है कि पिटाई से युवकों के बेहोश होने पर किसी ने पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर इसकी सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़ितों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया.पीड़ितों ने पुलिस प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है.
कानून हाथ में लेने वालों की तुरंत हो गिरफ्तारी
घटना का वीडियो वायरल होते ही आम लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. लोगों का मानना है कि पोल में बांधकर बुरी तरह से मारपीट की घटना असंवैधानिक और मानवता के विरुद्ध है. यदि किसी ने अपराध किया है, तो उसकी सजा अदालत को तय करनी चाहिए. कानून को हाथ में लेकर "तालिबानी सजा" देने की मानसिकता चिंताजनक है. ऐसी विकृत विचारधारा रखने वालों में संविधान और कानून के प्रति भय और सम्मान दोनों ज़रूरी है. लोगों ने पुलिस से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ तुरंत कठोर कार्रवाई करने की मांग की है.