स्मार्ट एवं सुगम यातायात के लिए डीपीआर तैयार कर कार्य प्रारंभ करने का निर्देश
Ranchi: राजधानी रांची की यातायात व्यवस्था को सुचारु और अत्याधुनिक बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तीन प्रमुख सड़क परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है. पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार द्वारा नयी दिल्ली स्थित झारखंड भवन में आयोजित बैठक में इन परियोजनाओं का विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया. यह बैठक लगभग साढ़े चार घंटे तक चली, जिसमें मुख्यमंत्री ने प्रत्येक प्रस्ताव का सूक्ष्म अवलोकन किया.
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन परियोजनाओं की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) शीघ्र तैयार कर कार्यान्वयन की प्रक्रिया शुरू की जाए. उन्होंने यह भी कहा कि रांची की तरह अन्य प्रमुख शहरों के लिए भी यातायात सुधार योजनाएं तैयार की जाएं. इन परियोजनाओं का उद्देश्य राजधानी में लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक दबाव को कम करना, नागरिकों को तीव्र, सुरक्षित और पर्यावरण-अनुकूल आवागमन की सुविधा देना है.
क्या है मुख्यमंत्री का विजन
मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि राज्य की राजधानी सहित अन्य प्रमुख शहरी क्षेत्रों को सुगम, सुरक्षित और स्मार्ट यातायात प्रणाली से जोड़ने की दिशा में सरकार प्रतिबद्ध है. हम ऐसी बुनियादी संरचनाएं तैयार कर रहे हैं, जो आने वाले वर्षों में नागरिकों की आवश्यकताओं के अनुरूप होंगी.
स्वीकृत परियोजनाएं
1 अरगोड़ा - कटहल मोड़ - चापू टोली एलिवेटेड फ्लाईओवर
• लंबाई : लगभग 1.75 किमी
• ऊपरी फ्लाईओवर की चौड़ाई : 10 मीटर
• नीचे की सड़क की चौड़ाई : 7 मीटर
• दोनों तरफ ड्रेनेज सिस्टम, यूटिलिटी डक्ट, प्रकाश व्यवस्था, और नॉइज़ बैरियर रेलिंग लगाई जाएगी.
• नीचे की सड़क का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा.
2 करमटोली - मोराबादी - साइंस सिटी फ्लाईओवर व रिंग रोड तक फोर लेन सड़क
• फ्लाईओवर की लंबाई : 2.2 किमी
• ऊपर व नीचे की सड़क चौड़ाई : 10 मीटर
• साइंस सिटी से रिंग रोड तक: 5 किमी से अधिक लंबी फोर लेन सड़क बनाई जाएगी.
• यह मार्ग रांची को ट्रैफिक जाम से काफी राहत देगा.
3 रांची रेलवे स्टेशन (पीछे) से एयरपोर्ट तक एलिवेटेड कॉरिडोर व फोर लेन सड़क
• कुल लंबाई : 4.7 किमी.
• एलिवेटेड सेक्शन : 800 मीटर.
• इस वैकल्पिक मार्ग से हटिया, बिरसा चौक, डोरंडा, हीनू आदि क्षेत्रों के लोगों को एयरपोर्ट व स्टेशन तक पहुंचने में कम दूरी और समय लगेगा.
• दोनों ओर फुटपाथ और कवर साइकिल ट्रैक रहेगा.
• ट्रैक के ऊपर सोलर पैनल लगे होंगे, जिससे सड़क अपने आप प्रकाशमान होगी.
• मार्ग पर बैठने की व्यवस्था (गजीबो, बेंच) और बेसिक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी.
• यह परियोजना ग्रीनफील्ड मॉडल पर आधारित होगी.
भविष्य की योजनाएं (विचाराधीन प्रस्ताव)
मुख्यमंत्री ने दो अन्य परियोजनाओं पर भविष्य में विचार करने की बात कही
1. हरमू मुक्ति धाम से रेडिसन ब्लू होटल तक फ्लाईओवर (हरमू नदी के किनारे)
2. हीनू पुल से जगन्नाथपुर तक स्वर्णरेखा नदी के दोनों किनारों पर फ्लाईओवर निर्माण