स्वामी का तंज, मोदी सरकार को चीन से अपमानित होने में मजा आता है, इसकी आदत पड़ गयी है!
संपत्ति में चीन की हिस्सेदारी लगभग एक तिहाई है
रिपोर्ट के अनुसार इस संपत्ति में चीन की हिस्सेदारी लगभग एक तिहाई है,. चीन की संपत्ति साल 2000 में मात्र 7 ट्रिलियन डॉलर थी जो 2020 में 120 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गयी है. इस क्रम में अमेरिकी संपत्ति दोगुना बढ़कर 90 ट्रिलियन डॉलर हो गयी है. बता दें कि चीन और अमेरिका दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं. इन दोनों में दो-तिहाई से अधिक वेल्थ 10 फीसदी सबसे अमीर परिवारों के पास है. इन अमीरों की हिस्सेदारी लगातार बढ़ती जा रही है. इसे भी पढ़ें : मणिशंकर">https://lagatar.in/mani-shankar-aiyar-said-babur-and-humayun-were-patriots-the-talk-of-forced-conversion-is-wrong/">मणिशंकरअय्यर ने कहा, मुगलों ने इस देश को अपना बनाया, देशभक्त थे बाबर और हुमायूं, जबरन धर्मांतरण की बात गलत
68 फीसदी वेल्थ रियल एस्टेट
ज्यूरिख स्थित मैकिन्जी ग्लोबल इंस्टीट्यूट में पार्टनर जान मिश्के का कहना है कि हम इतने अमीर कभी नहीं थे. दुनिया के 10 देशों की बैलेंस शीट के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की गयी है. ये देश दुनिया की 60 फीसदी से अधिक इनकम को रिप्रजेंट करते हैं. इन देशों में चीन, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापान, मेक्सिको और स्वीडन शामिल हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक कुल संपत्ति का 68 फीसदी हिस्सा रियल एस्टेट के रूप में मौजूद है. इसे भी पढ़ें : पीएम">https://lagatar.in/before-pm-modi-samajwadi-party-inaugurated-purvanchal-expressway-shared-pictures-on-twitter/">पीएममोदी से पहले समाजवादी पार्टी ने कर दिया पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन, ट्विटर पर तस्वीरें शेयर की [wpse_comments_template]
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