कहा- कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ के साथ हमारी संस्कृति की पहचान भी
Ramgarh : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का खेती-किसानी से गहरा लगाव है. इसकी बानगी शुक्रवार को देखने को मिली. मुख्यमंत्री रामगढ़ के नेमरा स्थित अपने पैतृक आवास से निकलकर खेतों की मेड़ से होते धनरोपनी करते किसानों के बीच पहुंचे. उन्होंने कहा कि कृषि न सिर्फ अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, बल्कि हमारी पहचान, अस्मिता, संस्कृति और परंपरा का भी वाहक है. किसान खुशहाल होगा, तभी देश-राज्य समृद्ध होगा. हमारी सरकार किसानों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
बारिश का मौसम है और खेतों में धनरोपनी हो रही है. मुख्यमंत्री खेतों में जाकर धनरोपनी कर रहीं महिलाओं से बात करते हुए खेती-किसानी के ताजा हालात से रू-ब-रू हुए. उनकी समस्याएं भी सुनीं. कहा कि खेतों की हरियाली किसानों की कड़ी मेहनत को दर्शाता है. जब फसलें लहलहाएंगी, तो यह उनके चेहरे की मुस्कान बनेगी.
सीएम को अपने बीच देख खिले किसानों के चेहरे
मुख्यमंत्री को खेत में अपने बीच देखकर किसानों के चेहरे खिल उठे. उनकी खुशियां देखते ही बन रही थीं. इस दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों से सीधा संवाद किया और उनकी परेशानियां तथा समस्याओं को जाना. उन्होंने कहा कि किसानों का कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है. आपके लिए सरकार कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है. अप इन योजनाओं से जुड़ें और अपने को सशक्त बनाएं. मैं आपके लिए हमेशा खड़ा हूं. आपको जो परेशानी हो, बताएं, उसका निराकरण निश्चित तौर पर होगा.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.
Leave a Comment