Dhanbad: वामपंथी असंगठित मजदूर मोर्चा का द्वितीय सम्मेलन धनबाद के सीसीडब्ल्यू सभागार में आयोजित किया गया. सम्मेलन में धनबाद, हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. कार्यक्रम में सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो (बबलू महतो), मोर्चा के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे.सम्मेलन में असंगठित मजदूरों को समान काम का समान वेतन, सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया.
इसके अलावा केंद्र सरकार के चार लेबर कोड को मजदूर विरोधी बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की गई. साथ ही भविष्य में आंदोलन की रणनीति पर भी चर्चा हुई. इस संबंध में सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को उचित मजदूरी और सुरक्षा नहीं मिल रही है.
आउटसोर्सिंग कंपनियां मजदूरों का शोषण कर रही हैं और कोयलांचल क्षेत्र में रैयती व सरकारी जमीन पर कब्जा कर रही हैं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर विधानसभा में लगातार आवाज उठाई जाएगी.
वहीं मोर्चा के महामंत्री निताई महतो ने कहा कि निजीकरण का दायरा लगातार बढ़ रहा है और असंगठित मजदूरों को किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं मिल रही है. केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए लेबर कोड से मजदूर और किसान दोनों प्रभावित हैं.
उन्होंने स्पष्ट किया कि मजदूरों के अधिकार और सम्मान की लड़ाई जारी रहेगी. उन्होंने कहा सम्मेलन में यह भी तय किया गया कि मजदूरों के हक और सुरक्षा को लेकर चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा. संगठन ने मजदूरों से अपील की गई कि वे एकजुट होकर अपने अधिकार की लड़ाई में साथ दें.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.
Leave a Comment