NewDelhi : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोकोहराम से की है. भाजपा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. बता दें कि सलमान खुर्शीद ने अपनी नयी किताब सनराइज ओवर अयोध्या : नेशनहुड इन ऑवर टाइम्स में यह लिखा है. अनकी किताब आते ही देश में सियासी तापमान बढ़ गया है. खुर्शीद सनराइज ओवर अयोध्या : नेशनहुड इन ऑवर टाइम्स को अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले की रिफरेंस बुक बता रहे हैं. जानकारों का मानना है कि यूपी समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव से पूर्व आयी खुर्शीद की इस किताब पर उठा विवाद तूल पकड़ सकता है.
सलमान खुर्शीद द सैफ्रन स्काई नाम के चैप्टर में पेज नंबर 113 पर लिखते हैं कि साधु-संत जिस सनातन धर्म और क्लासिकल हिंदुइज्म को जानते हैं उसे किनारे कर हिंदुत्व के ऐसे वर्जन को आगे बढ़ाया जा रहा है जो हर पैमाने पर आईएसआईएस और बोको हराम जैसे जिहादी इस्लामी संगठनों के राजनीतिक रूप जैसा है. खुर्शीद ने दावा किया है कि हिंदुत्व का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए चुनावी रैलियों में किया जाता है.
इसे भी पढ़ें : Bitcoin, Ethereum समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी में आयी गिरावट, Solana में 1.55 फीसदी का उछाल
हिंदू राष्ट्र के कॉन्सेप्ट को चौंकाने वाला समर्थन मिल रहा है
खुर्शीद ने दक्षिणपंथी रुझानों की आलोचना करते हुए लिखा है कि अब हिंदू राष्ट्र की बात करना बहुत आम है. लिखा कि हालांकि, सरकारी स्तर पर आधिकारिक तौर पर इसकी बात नहीं होती. खुर्शीद का मानना है कि हिंदू राष्ट्र के कॉन्सेप्ट को कुछ हलकों से चौंकाने वाला समर्थन भी मिल रहा है. उन्होंने नेशनल एकेडमी ऑफ लीगल स्टडीज ऐंड रिसर्च, हैदराबाद (NALSAR) के प्रमुख और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व रजिस्ट्रार प्रोफेसर फैजान मुस्तफा का उदाहरण सामने रखा.
खुर्शीद ने लिखा, प्रोफेसर मुस्तफा की दलीलों का सार है कि अल्पसंख्यक भी अब सेक्युलरिज्म के छलावे से ऊब चुके हैं क्योंकि सभी सरकारी संस्थाओं का झुकाव एक धर्म की तरफ है. शायद किसी तरह के हिंदू राष्ट्र से शांति लाने में मदद मिले और देश को आत्म-विनाश के रास्ते से बचाया जा सके.
इसे भी पढ़ें : आजादी के अमृत महोत्सव पर एक, दो, पांच, 10 और 20 रुपये मूल्य वर्ग के नए सिक्के होंगे जारी
राहुल गांधी को दत्तात्रेय गोत्री जनेऊधारी ब्राह्मण बताने की कोशिश
किताब में खुर्शीद ने कांग्रेस के भीतर भी हिंदुत्व समर्थक नेताओं की बात की है. जान लें कि उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी मंदिर-मंदिर घूम रही हैं, रैलियों की शुरुआत दुर्गा सप्तशती के श्लोकों से करती दिख रही हैं. कांग्रेसी नेता राहुल गांधी की पहचान को दत्तात्रेय गोत्री जनेऊधारी ब्राह्मण के तौर पर स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे समय में खुर्शीद कांग्रेस के हिंदुत्व समर्थक नेताओं पर सवाल उठा रहे हैं. खुर्शीद के अनुसार कांग्रेस में अक्सर हिंदुत्व के मुद्दे की तरफ चर्चा मुड़ जाती है.
कांग्रेस में एक ऐसा तबका है, जिन्हें इस बात पर अफसोस है कि हमारी छवि अल्पसंख्यक समर्थक पार्टी की है. यह तबका हमारी लीडरशीप की जनेऊधारी पहचान की वकालत करता है. उन लोगों ने अयोध्या पर आये SC ks फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए यह घोषणा कर दी कि अब इस स्थल पर भव्य मंदिर बनाया जाना चाहिए. इस रुख ने सुप्रीम द्वारा दिये गये आदेश के उस हिस्से की अनदेखी की, जिसमें मस्जिद के लिए भी जमीन देने का निर्देश दिया गया था.
इसे भी पढ़ें : पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बन रहा कम दबाव, झारखंड में होगी बारिश, बढ़ेगी ठंड
शेषाद्रि चारी नेहिंदू, हिंदुत्व, हिंदुइज्म… को परिभाषित किया
खुर्शीद ने में लिखा है कि आरएसएस विचारक शेषाद्रि चारी ने हिंदू, हिंदुत्व और हिंदुइज्म की परिभाषित करने की कोशिश की थी. धर्म को पश्चिम के ‘रिलीजन’ से अलग करार दिया था. खुर्शीद ने लिखा है कि धर्म और रिलीजन को अलग-अलग करना मध्यकालीन युग में मुस्लिमों के सांस्कृतिक योगदान से आंखें मूंदने की तरह है.
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सराहा
सलमान खुर्शीद ने अयोध्या विवाद पर 9 नवंबर 2019 को आए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले को सराहते हुए लिखाकि कोर्ट के फैसले से न किसी की जीत हुई और न ही किसी की हार हुई. साथ में उन्होंने मंदिर निर्माण को लेकर जश्न को भाजपा का जश्न करार दिया. उन्होंने लिखा है, अयोध्या विवाद को लेकर समाज में बंटवारे की स्थिति थी. सुप्रीम कोर्ट ने उसका हल निकाला. यह ऐसा फैसला है जिससे यह ना लगे कि हम हारे, तुम जीते. .ऐसा एलान तो नहीं हुआ कि हम जीत गये, लेकिन कभी-कभी ऐसे ही संकेत दे जाते हैं. फिलहाल अयोध्या के उत्सव में ऐसा लगता है कि एक ही पार्टी का उत्सव है.