Ranchi : झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय अनुबंधन शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के सदस्य पिछले 114 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं. हालांकि सरकार की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है जिसके कारण अब कर्मचारी अनशन पर जाने की योजना बना रहे हैं. संघ के अध्यक्ष ने बताया कि हम बेरोजगार होकर धरने पर बैठे हैं लेकिन कोई हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा है.
शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने दुख जताते हुए कहा कि हम 114 दिन से धरना दे रहे हैं जबकि 108 एम्बुलेंस सेवा के कर्मचारियों की मांगों को सरकार ने सिर्फ तीन दिन में मान लिया. लेकिन हमारी समस्याओं पर सरकार का ध्यान नहीं जा रहा है. अब हमारी जान जाएगी तब ही सरकार हमारी बात सुनेगी.
इस बीच संघ के अध्यक्ष ने यह भी जानकारी दी कि वे आज अनशन पर जाने वाले थे लेकिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रांची दौरे को देखते हुए उन्होंने फिलहाल अनशन स्थगित कर दिया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के आगमन के कारण हमने अनशन टाल दिया है लेकिन अब हमारी स्थिति गंभीर हो चुकी है और हमें मजबूरी में अनशन पर जाना पड़ेगा.
धरना स्थल पर स्थित कर्मचारियों का कहना है कि बीते शाम प्रशासन ने हमारे टेंट उखाड़ कर फेंक दिए जैसे हम अतिक्रमण कर बैठे हैं जबकि हमने धरने की अनुमति ली थी. बारिश का मौसम है और हमारे बारिश से बचने के लिए लगाए गए पंडाल को भी हमारी अनुपस्थिति में तोड़ दिया गया जबकि बगल में विकलांग प्रदर्शन वालों के पंडाल को कुछ नहीं किया गया. प्रशासन के इस व्यवहार से हम काफी परेशान हैं. सरकार हमारी परेशानी सुनने के बजाय हमारी मुश्किलें बढ़ने का काम कर रही है.
इस घटनाक्रम के बीच कर्मचारी सरकार से अपनी मांगों को शीघ्र स्वीकार करने की अपील कर रहे हैं ताकि उनके परिवार की जिंदगी फिर से पटरी पर आ सके.
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