ने बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर नंबर प्लेट बदलते टैक्सी ड्राइवर को पकड़ा
तीन बैच का अभी नहीं हुआ दीक्षांत
डीएसपीएम बनने से पहले रांची विवि द्वारा रांची कॉलेज के यूजी और पीजी पास आउट छात्रों को उपाधि प्रदान की जाती थी. यूजी का बैच 2015-18, 2016-19 और 2017-20 बैच है. वहीं पीजी का बैच 2015-17, 2016-18 और 2017-19 पास आउट हो चुके हैं. जिनके लिए ग्रेजुएट सेरोमनी नहीं हुआ है.सर्टिफिकेट का 24 लाख रुपए जमा
डीएसपीएमयू प्रशासन ने रांची कॉलेज से पास आउट छात्रों को डिग्री के लिए रांची यूनिवर्सिटी में 24 लाख रुपए जमा भी कर दिया है. यह राशि दो बैच के लिए है. बताते चलें कि एक छात्र की उपाधि के लिए 600 रुपए जमा करना पड़ता है. इसे भी पढ़ें- प्राइवेट">https://lagatar.in/there-should-also-be-an-esic-tie-up-for-testing-on-the-lines-of-a-private-hospital/36442/">प्राइवेटअस्पताल की तर्ज पर टेस्टिंग के लिए भी ESIC टाइअप हो
नैक मूल्यांकन के लिए तैयारी शुरू
यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने के बाद राष्ट्रीय मूल्यांकन प्रत्यायन परिषद (नैक) से मूल्यांकन नहीं कराया गया है. वीसी प्रो मुंडा की पहल पर नैक से मूल्यांकन की तैयारी शुरू कर दी गई है. शीघ्र ही सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) रिपोर्ट तैयार की जाएगी. राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान (रुसा) से विकास कार्यों के लिए अनुदान राशि तब ही मिलता है, जब नैक से ग्रेडिंग हो जाती है. इसे भी देखें-

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