Ranchi : रांची नगर निगम में पिछले मार्च माह से निगम परिषद की बैठक नहीं बुलायी गयी है. इससे नाराज अधिकांश पार्षद अब निगम में अव्यवस्था की पराकाष्ठा पहुंचने का आरोप लगा रहे हैं. पार्षदों का कहना है कि रांची शहर में विगत दिनों से अवैध मकानों को लगातार.. तोड़े जाने से लोगों में भय और आक्रोश का माहौल है. इसके अलावा शहर की सफाई व्यवस्था भी पूरी तरह से चरमरा गयी है. इसके बावजूद नगर आयुक्त और मेयर, डिप्टी मेयर निगम परिषद की बैठक बुलाने में कोई भी रुचि नहीं दिखा रहे हैं.
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बैठक को लेकर नगर आयुक्त को भी पार्षद सौंप चुके हैं आवेदन
मार्च माह से निगम परिषद की बैठक नहीं होने से सभी पार्षद नाराज हैं.उनका कहना है कि 10 दिन पूर्व यानी 19 अगस्त को नगर आयुक्त को बैठक बुलाने के लिए आवेदन दिया गया था. नगर आयुक्त को आवेदन देने वालों में वार्ड 26 के अरुण कुमार झा, वार्ड 27 के ओम प्रकाश, वार्ड 34 के विनोद कुमार सिंह, वार्ड 20 के सुनील कुमार यादव, वार्ड 21 के मोहम्मद एहतेशाम, वार्ड 31 का अशोक यादव, वार्ड 41 की उर्मिला देवी सहित कई पार्षद शामिल थे. लेकिन आज तक इसका कोई असर नहीं दिखा है. सौंपे गये आवेदन में पार्षदों ने कहा था कि झारखंड नगरपालिका अधिनियम की धारा 76 के तहत अगले 48 घंटे में निगम परिषद की बैठक बुलाया जाए. आवेदन की एक कॉपी मेयर और डिप्टी मेयर को भी दी गई थी. लेकिन अब तक नगर आयुक्त की ओर से इस पर किसी प्रकार का विचार नहीं किया है. वहीं मेयर-डिप्टी मेयर की ओर से भी नगर आयुक्त पर कोई दबाव नहीं बनाया गया.
किसी तरह की कानून का पालन नहीं हो रहा – पार्षद
पार्षदों का आरोप है कि स्थिति साफ बतलाती है कि नगर निगम में अव्यवस्था का आलम अब पराकाष्ठा पर है. यहां लोग अपने मन से काम कर रहे हैं. कोई भी किसी प्रकार का कानून का पालन नहीं कर रहा है. निगम में कानून का राज चले और आम लोगों की समस्याओं को पूरी तरह से संज्ञान में लाया जाए. इसके लिए जरूरी है कि नियत समय पर निगम परिषद की बैठक आहूत की जाए. ऐसा करके ही नगर निगम में कानून का पालन हो सकेगा और झारखंड नगरपालिका अधिनियम में पार्षदों को प्राप्त अधिकारों की रक्षा हो सकेगी.
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