Chandwa : एक तो किसान सूखे से परेशान हैं, उपर से सुखाड़ फसल राहत योजना के लिए भी गरीब किसानों से चाय-पानी का खर्चा मांगा जा रहा है. यह आरोप लातेहार के चंदवा प्रखंड के कामता पंचायत समिति सदस्य अयूब खान ने कामता हल्का-4 के राजस्व कर्मचारी और प्रज्ञा केंद्र के संचालक पर लगाया है. अयूब ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि ये लोग मनमानी कर रहे हैं. सुखाड़ फसल राहत योजना में कामता राजस्व कर्मचारी गरीब किसानों से पैसे वसूल रहे हैं. वहीं प्रज्ञा केंद्र संचालकों पर ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए तय राशि से ज्यादा पैसा लेने का आरोप लगाया है.
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अयुब ने इसकी शिकायत डीसी भोर सिंह यादव से कर कार्रवाई की मांग की है. अयूब ने बताया कि बीडीओ विजय कुमार ने निर्देश जारी कर रखा है कि सुखाड़ फसल राहत योजना में फॉर्म ऑनलाइन करने के लिए किसानों से निर्धारित राशि चालीस रुपए से अधिक नहीं लेनी है. पंजीकरण और ऑनलाइन एक साथ करना है. बावजूद इसके प्रज्ञा केंद्र संचालक द्वारा मनमानी किसानों से 100 रुपये तक की वसूली की जा रही है. वहीं कामता हल्का-4 के ग्राम भुसाढ़ निवासी गरीब किसान गुजरा गंझु ने बताया कि सुखाड़ फसल राहत योजना के तहत ऑफलाइन फार्म में मुखिया से हस्ताक्षर कराकर जब कामता हल्का-4 के राजस्व कर्मचारी के पास गया तो कर्मचारी ने चाय-पानी के लिए खर्चा मांगा. 50 रुपये लेने के बाद उसका फॉर्म सबमिट किया गया.
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