Ranchi: आज रांची के रेडिसन ब्लू होटल में सीएसआर कॉन्क्लेव 2025 की शुरुआत हुई. यह कार्यक्रम सतत विकास और जनजातीय कल्याण की दिशा में कॉर्पोरेट और समाजिक संगठनों की भूमिका को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया.
दिनभर चले इस कॉन्क्लेव की शुरुआत पंजीकरण और विजुअल प्रेजेंटेशन से हुई. इसके बाद रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) और जेएसपीएल ने अपने कॉर्पोरेट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किए. साथ ही थीमैटिक विजुअल प्रेजेंटेशन के जरिए कॉन्क्लेव की अवधारणा को विस्तार से समझाया गया.
सुबह 11:30 बजे कॉन्क्लेव का औपचारिक उद्घाटन हुआ. इस अवसर पर सांसद प्रदीप वर्मा, सांसद सुजीत कुमार, पूर्व सांसद महेश पोद्दार और समीर उरांव, विधायक सीपी सिंह, जैन धर्मा गुरु देवेंद्र भाई जी, योगदा सत्संग के वरिष्ठ संत, एनटीपीसी निदेशक रवींद्र कुमार, सीएमपीडीआई के सीएसआर प्रमुख और पीएचडीसीसीआई के उपाध्यक्ष डॉ. एसपी अग्रवाल सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया.
इसके बाद कॉर्पोरेट और एनजीओ एंगेजमेंट सत्रों में ईकेआई एनर्जी सर्विसेज, यूनिसेफ, सीसीएल, अदाणी पावर, सेल और कई सामाजिक संस्थाओं ने अपनी भूमिका रखी. इन सत्रों में सांसद दीपक प्रकाश, पूर्व सांसद अजय मारू, डीवीसी के डीजीएम एचसी सिंह, सीएसआर विशेषज्ञ सिद्धार्थ एस. लाल और एसएम ग्रुप के चेयरमैन मनीष खेमा उपस्थित रहे.
शाम को जनजातीय समुदायों का सतत विकास और सीएसआर की भूमिका विषय पर विशेष चर्चा हुई. इसमें पूर्व विधायक शिवशंकर उरांव, पूर्व आईपीएस राजकुमार लाकड़ा, सेवानिवृत्त आईएएस बिरसाई उरांव, पद्मश्री जमुना टुडु, शिक्षाविद डॉ. लक्ष्मण उरांव, पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर और नीति निर्धारक अजमीरा बॉबी ने अपने विचार रखे.
दिन का समापन एमओयू साइनिंग, चर्चा और सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ. इसके जरिए कॉन्क्लेव ने स्पष्ट किया कि कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) केवल आर्थिक विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सतत विकास और जनजातीय कल्याण को सुनिश्चित करने का मजबूत माध्यम है.
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