New Delhi : कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की आज शनिवार को हुई बैठक में मनरेगा का नाम बदलकर VB G RAM G करने को लेकर निर्णय लिया गया कि कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करेगी.
मनरेगा के खात्मे का एक ही मकसद है -
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 27, 2025
गरीबों के रोज़गार के अधिकार को मिटाना,
राज्यों से आर्थिक और राजनीतिक शक्ति चुराना,
और उस पैसे को अरबपति मित्रों को पकड़ाना।
‘एक अकेले’ प्रधानमंत्री की मनमानी का नुकसान पूरा भारत भुगतेगा - रोज़गार खत्म होंगे, ग्रामीण अर्थव्यवस्था टूटेगी।
और,… pic.twitter.com/yH810bEkio
5 जनवरी से देशभर में अभियान चलाया जायेगा.यह जानकारी CWC की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दी. उन्होंने कहा, मोदी को गांधी सरनेम से परेशानी है, इसलिए मनरेगा का नाम बदल दिया.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मनरेगा का नाम बदलने का फैसला कैबिनेट और राज्यों से बिना पूछे लिया गया है. कहा कि मोदी वन मैन शो चला रहे हैं. मोदी जो करना चाहते हैं करते हैं.
राहुल गांधी के अनुसार इसका पूरा फायदा 2-3 अरबतियों को मिल रहा है. ऱाहुल का इशारा अंबानी-अडानी की ओर था. उन्होंने कहा कि इसका नुकसान ग्रामीणों को हो रहा है.
राहुल ने कहा, मनरेगा महज एक योजना नहीं थी. यह राइट बेस्ड कॉन्सेप्ट था. इस योजना के तहत देश के करोड़ों लोगों को न्यूनतम आय मिलती थी. राहुल ने मनरेगा बंद करने को डायरेक्ट राइट बेस्ड कॉन्सेप्ट पर आक्रमण करार दिया.
राहुल ने कहा, नयी योजना जी राम जी के तहत राज्यों से छीनकर केंद्र सरकार पैसे ले रही है. कहा कि यह पावर और फाइनेंस का कान्ट्रैक्शन है. फैसला सीधे पीएम हाउस से लिया गया है. बता दें कि नयी योजना में राज्यों को 40 फीसदी राशि खर्च करनी है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, सोनिया गांधी, मनमोहन जी ने मनरेगा कानून बनाया था. मनरेगा ने लाखों परिवारों को रोजी रोटी दी. उन्होंने कहा कि मनरेगा नहीं होता तो लाखों लोग मर जाते.
खड़गे ने कहा, कांग्रेस हर हाल में मनरेगा की रक्षा करेगी. केंद्र की मोदी सरकार ने बिना सलाह मनरेगा योजना खत्म कर दी. उन्होंने कहा कि मनरेगा से राष्ट्रपिता गांधी का नाम हटाना उनका अपमान है.
खड़गे ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया को लेकर कहा, यह लोकतांत्रिक अधिकारों को कम करने की सुनियोजित साजिश है.
उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि वे घर-घर जाकर सुनिश्चित करें कि गरीब, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के नाम मतदाता सूची से न कट जायें.
बैठक में 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी, मतदाता सूची में गड़बड़ी और ED, CBI, IT के दुरुपयोग जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई. बांग्ला देश में हिंदुओं की हत्या पर भी मंथन किया गया. कांग्रेस ने साफ संकेत दिये कि आने वाले समय में पार्टी सड़कों पर उतरकर संघर्ष करेगी.
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