Ranchi : बंगाल की खाड़ी में बननेवाला निम्न दबाव क्षेत्र के अगले 24 से 48 घंटे में चक्रवातीय तूफान में परिवर्तित होने की संभावना है. फिलहाल खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र का विस्तार हो रहा है. मौसम इस प्रक्रिया पर वैज्ञानिकों की लगातार नजर बनी हुई है. यह अंडमान सागर के उत्तरी हिस्से से लेकर बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग तक फैला हुआ है.
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 24 मई तक स्थितियां अनुकूल रहीं तो यह बड़ा तूफान का रूप ले सकता है. तूफान बनने के बाद 26 मई को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तट पर टकराएगा. यह इसके पश्चिम-उत्तर दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है. इसके प्रभाव से झारखंड में भी 26 मई को तेज हवा के साथ बारिश होने की आशंका जाहिर की जा रही है.
मौसम वैज्ञानिक लगातार नजर बनाए हुए हैं
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बनने वाले गहरे निम्न दबाव प्रक्रियाओं पर नजर रखी जा रही है. अगले 48 घंटों के दौरान इसके और विकसित होने की संभावना है. अभी इसे कई प्रक्रियाओं से गुजरना शेष है. निम्न दबाव से लेकर अतिदाब बनने के बाद ही यह चक्रवातीय तूफान में परिणत होगा. इस तूफान के गुजरने के बाद 28 मई तक देश के दक्षिणी तट पर मानसून के पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार नए तूफान से आनेवाले मानसून पर खतरा पड़ने की संभावना नहीं है.
पिछले साल अंफान ने मचायी थी तबाही
पिछले साल की मई महीनें में बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवातीय तूफान अंफान ( सुपर साईक्लोनिक स्टोर्म ) ने पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में 20 और 21 मई को तबाही मचाई थी. इन इलाकों के तटीय इलाकों में जान-माल की तबाही मचाई थी. इसका असर झारखंड पर भी पड़ा था. खासकर झारखंड के संताल परगना में अच्छी खासी बारिश हुई थी. तबाही मचाने के बाद में तूफान उत्तर-पूर्वी दिशा होते हुए गुजर गया.