Ranchi : बरवाडीह से यूपी के टनकपुर ( चंपावत ) तक चलनेवाली त्रिवेणी लिंक एक्सप्रेस को रांची से लखनऊ तक चलाने की मांग की जा रही है. यात्री उपलब्धता में कमी होने के कारण रेलवे ने इसे स्थायी रूप से बंद करने का आदेश जारी की है.
यूपी के सांसद ने रेलवे बोर्ड से चलाने की मांग
लेकिन यूपी के सांसद रामसकल ने रेलवे बोर्ड से इस ट्रेन को रांची से लखनऊ तक चलाने की मांग की है. उन्होंने बोर्ड से कहा है कि इस ट्रेन को बंद करने से सोनभद्र, रेणुकुट और आसपास तथा दूर दराज में रहनेवाले रेल यात्रियों को इससे असुविधा होगी. इसलिए रेलवे इस ट्रेन को रांची से लखनऊ के बीच चलाना चाहिए.
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ट्रेन लाभ की स्थिति में आएगी
इसे रांची-लोहरदगा और टोरी मार्ग से चलाया जाना चाहिए. यह रूट आदिवासी बहुल क्षेत्र है. इस परिवर्तन से उनकी आर्थिक दशा में सुधार होगी. उन्होंने रांची-लखनऊ को नए स्वरूप में वाया प्रयागराज, मिर्जापुर, सोनभद्र, चोपण, रेणुकुट, दुद्धीनगर, वीढ़मगंज से होकर चलाने का सुझाव दिया है. उन्होंने इस बदलाव से ट्रेन के यात्रियों उपलब्धता में और वृद्धि होने की बात कहीं. इससे ट्रेन के व्यवसायिक हानि नहीं होकर ट्रेन लाभ की स्थिति में आएगी.
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मांग रेलवे ने आज तक पूरी नहीं की है
रांची रेल मंडल से यात्री संगठनों, रेलवे उपभोक्ता सलाहकार समिति के सदस्यों और शहर के नागरिक संगठन वर्षों से लखनऊ के लिए ट्रेन की मांग करते रहे हैं. इन संगठनों की मांगों पर राज्य सरकार ने भी कई बार रेलवे बोर्ड और मंत्रालय से इस रूट में नयी ट्रेन चलाने का प्रस्ताव भेजा गया. लेकिन शहरवासियों की यह बड़ी मांग आज तक रेलवे की ओर से पूरा नहीं किया गया.
लखनऊ के साथ ही रांची से उत्तराखंड के लिए भी ट्रेन की मांग काफी पुरानी है. इन स्थानों में जाने के लिए रांची के यात्रियों को बनारस और अन्य शहरों से सफर करनी पड़ती है. बावजूद इसके यह मांग रेलवे ने आज तक पूरी नहीं की है.
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