खेती-किसानी से जुड़ी महिलाओं को मिले अधिकार : श्रीकिशुन
Deoghar : मधुपुर के बावनबीघा में 15 सितंबर को मंगलम सभागार में संवाद की ओर से आयोजित दो दिवसीय राज्यस्तरीय वार्षिक महिला सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि डाक्टर सुमन लता, ललिता, ऐनी टुडू, सीमा, प्रभा, श्रीकिशुन व मति मुर्मू ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. विषय प्रवेश करते हुए समाजकर्मी श्रीकिशुन ने कहा कि संगठन का लक्ष्य खेती-किसानी से जुड़ी महिलाओं को किसान का दर्जा दिला कर सशक्त बनाना, जमीन के पट्टे पर महिलाओं का भी नाम कराना और उन्हें नियंत्रण का भी अधिकार देना है। खेती-किसानी में महिलाओं का योगदान पुरुषों की अपेक्षा काफी अधिक है। उन्होंने कहा कि किसान की पहचान के लिए महिलाओं को एकजूट होकर आगे आना होगा. ग्रामसभा के निर्णय महिलाओं की भागीदारी बढ़ाते हुए नशापान, दहेज प्रथा, बाल विवाह, डायन प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करना है.यह लड़ाई पुरुष प्रधान मानसिकता से है : डॉक्टर सुमन लता
[caption id="attachment_759432" align="aligncenter" width="272"]alt="" width="272" height="181" /> कार्यक्रम में जुटी महिलाएं[/caption] मुख्य अतिथि डॉक्टर सुमन लता ने कहा कि महिलाओं को सजग, सतर्क होकर अपनी रफ्तार, सोच और काम से महिला किसान संगठन को मजबूत बनाना होगा. चंद्रयान को चंद्रमा तक पहुंचाने में महिला वैज्ञानिकों की टीम का श्रेय रहा है. ऐसे में महिलाओं के संघर्ष से किसान का दर्जा मिलना बड़ी बात नहीं है. यह लड़ाई पितृ सत्तात्मक पुरुष प्रधान मानसिकता से है. लेकिन जब महिलाओं ने बीड़ा उठा लिया है तो वह इसे पूरा कर लेगी. खेती किसानी का अधिकांश कार्य महिलाएं करती है तो उन्हें महिला किसान का अधिकार मिलना ही चाहिए. ऐनी टुडू ने महिला किसान संगठन के संबंध में विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए गांव-गांव में सदस्यता अभियान चलाने पर जोर दिया. सम्मेलन में राज्य के विभिन्न जिलों से महिला किसान प्रतिभागी शामिल हुई। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुनीता मुर्मू, अबरार, आनंद मरांडी, सुनीता हांसदा, अनूप, विजय, नीलम,पवन, जावेद पूजा सहित कई कार्यकर्ता जुटे रहे. यह">https://lagatar.in/deoghar-governor-will-come-on-the-foundation-day-of-aiims-on-16th/">यह
भी पढ़ें: देवघर : एम्स का स्थापना दिवस 16 को, आएंगे राज्यपाल [wpse_comments_template]
Leave a Comment