Dhanbad : झारखंड स्थापना दिवस व भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शनिवार को धनबाद में सुबह-ए-झारखंड का भव्य आयोजन किया गया. रणधीर वर्मा चौक पर आयोजित कार्यक्रम ने पूरे शहर का माहौल सांस्कृतिक रंगों से सराबोर कर दिया. राज्य के रजत जयंती वर्ष को समर्पित इस विशेष आयोजन में स्थानीय कलाकारों ने नाटक, गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष, बलिदान और प्रेरक योगदान को प्रभावशाली तरीके से चित्रित किया.
सुबह का समय होते हुए भी कार्यक्रम स्थल पर लोगों की अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिली और पूरे परिसर में उत्सव का वातावरण बन गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर उमेश लोहरा ने कलाकारों के प्रयासों की सराहना की. कहा कि झारखंड की कला, संस्कृति और इतिहास को मंच के जरिए जन-जन तक पहुंचाना बेहद सराहनीय पहल है. सुबह-ए-झारखंड न सिर्फ सांस्कृतिक कार्यक्रम है बल्कि नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी है.
स्थानीय संगठनों और प्रशासन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों, युवाओं व आम लोगों की उपस्थिति रही. मौके पर बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया. कार्यक्रम के दौरान कलाकारों ने ‘अबुआ दिशुम, अबुआ राज’ और ‘जल–जंगल–जमीन’ पर आधारित भावपूर्ण प्रस्तुतियां दीं. यह सांस्कृतिक सुबह न केवल भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को याद करने का अवसर बना, बल्कि झारखंड की 25 साल की उपलब्धियों और आगे की संभावनाओं को भी उजागर करता रहा.
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