Dhanbad : सीएसआईआर-सिम्फ़र में सप्ताह व्यापी ‘विज्ञान सर्वत्र पूज्यते’ का आज 26 फरवरी शनिवार को पांचवा दिन है. इस अवसर पर ‘भारत के जिनोमिक मिशन’ तथा ‘स्वतंत्रता संग्राम और वैज्ञानिक समुदाय’ पर आधारित दो (02) वृत्तचित्र भी प्रस्तुत किए गए. शनिवार को आमंत्रित वक्ता के रूप में आईआईटी, बीएचयू, वाराणसी के प्रोफेसर एस के शर्मा मौजूद थे.
सिम्फर सदस्यों के अलावा धनबाद स्थित विभिन्न कार्यालयों के प्रतिनिधि और स्कूल-कॉलेजों के लगभग 360 विद्यार्थी एवं शिक्षक भी उपस्थित थे. पांचवें दिन का विषय वैज्ञानिक साहित्य उत्सव’ था. सभी का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के आयोजन सचिव व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. जे के पाण्डेय ने कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया. आमंत्रित वक्ता को पुस्तक के साथ स्वागत किया गया.
इस अवसर पर डीएवी पब्लिक स्कूल, हजारीबाग के विद्यार्थियों द्वारा ‘स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव’ विषय पर लघु नाटिका प्रस्तुत की गई. विज्ञान प्रश्नोत्तरी में 13 स्कूलों के 26 छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. वक्ता प्रोफेसर एस. के शर्मा ने ‘साहित्य में विज्ञान’ विषय पर बोलते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र में आधुनिक नवीन तकनीक की कमी के कारण प्रतिकूल परिस्थितियों और कीटों के हमलों की वजह से फसलों को काफी नुकसान हुआ है.
उन्होंने कहा भारतीय उपलब्धियां केवल कृषि या पश्चिमी विज्ञान के प्रभुत्व के कारण ही नहीं है. उन्होंने पारंपरिक भारतीय साहित्य, बीजगणित आदि के कई सारे उदाहरणों के साथ अपनी इस बात की पुष्टि की. कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्थान के डॉ. सुजीत कुमार मंडल, डॉ. बबली प्रसाद, डॉ. सिद्धार्थ सिंह, पल्लवी दास, डॉ. आरती साहू, अमित जायसवाल, साहाना चौधुरी, अनिमा कुमारी महतो, अयंतिका देव स्नेहा विश्वकर्मा सहित कई सदस्यों की सक्रिय प्रतिभागिता रही.
मौके पर आमंत्रित वक्ताओं को सम्मानित किया गया. संस्थान के वैज्ञानिक, डॉ. रंजीत कुमार पासवान एवं निलाबजेन्दु घोष, वैज्ञानिक ने संयुक्त रूप से मंच संचालन किया. रंजीत कुमार पासवान द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया.सिम्फर सदस्यों के अलावा आमंत्रित वक्ता सहित स्कूली छात्र-छात्राओं ने विज्ञान प्रदर्शनी का आनंद उठाया.
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