Dhanbad : झरिया को पश्चिम बंगाल से जोड़ने वाली मुख्य सड़क (वाया बलियापुर) सोमवार को मोहरीबांध के पास धंस गई. इससे भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई है. गनीमत रही कि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई. पथ निर्माण विभाग ने करीब 8 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण दो वर्ष पहले कराया था. इस पर करीब 44 करोड़ रुपये लागत आई थी. महज 2 साल में सड़क के धंस जाने से निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं.
सड़क धंसने से स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है. ग्रामीणों ने इसे सुनियोजित भ्रष्टाचार का नतीजा बताया. लोगों ने संबंधित अधिकारियों व निर्माण एजेंसी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. इस संबंध में स्थानीय ग्रामीण सेलो पासवान ने कहा कि एजेंसी ने सड़क बनने में भारी अनियमितताएं बरती हैं. निर्माण में न तो वाइब्रेटर मशीन चलाई गई, न ही बालू की भराई सही तरीके से की गई. मानकों का पालन नहीं किया गया. जमकर कमीशनखोरी की गई. अगर विभाग समय रहते दोषियों पर कार्रवाई नहीं करता है, तो भविष्य में बड़ी जनहानि हो सकती है.
कुंदन पासवान ने कहा कि झरिया-बलियापुर मुख्य मार्ग के धंसने से भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि घटनास्थल के समीप देवप्रभा आउटसोर्सिंग कोल परियोजना के तहत खनन और ब्लास्टिंग का कार्य लगातार चल रहा है, जिससे क्षेत्र की जमीन अस्थिर हो चुकी है और उसी का परिणाम है यह सड़क धंसना. उन्होंने प्रशासन से मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने और स्थानीय लोगों के लिए वैकल्पिक सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था करने की मांग की है.
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