Dhanbad : जेएलकेएम सुप्रीमो और डुमरी विधायक जयराम महतो ने आदिवासियों की मौजूदा स्थिति और मजदूरों के साथ हो रहे अन्याय पर चिंता जताई है. वह मंगलवार को धनबाद परिसदन में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. कहा कि जिन आदिवासियों के पूर्वजों ने झारखंड के लिए संघर्ष किया आज वही आदिवासी अपराध, नक्सलवाद और एनकाउंटर की चपेट में आ रहे हैं. यह स्थिति चिंताजनक है. बुद्धिजीवियों को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए.
महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री और राष्ट्रपति भी इसी आदिवासी समाज से आते हैं. फिर भी आज आदिवासी समाज के कई लोग मुख्यधारा से बाहर होते जा रहे हैं, जो चेतावनी का संकेत है. पत्रकारों से बातचीत में जयराम महतो ने कहा कि 2019 के चुनाव में सूर्या हांसदा ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और 45 हजार से अधिक वोट हासिल किए थे. इसी प्रदर्शन को देखते हुए पार्टी संसदीय बोर्ड ने उन्हें प्रत्याशी बनाया. हालांकि समय की कमी के कारण उनके बैकग्राउंड की गहराई से जांच नहीं की जा सकी. चुनाव की तैयारी के लिए पार्टी के पास मात्र 30 दिन थे ऐसे में विस्तृत जानकारी जुटाने का समय नहीं मिला. उन्होंने साफ कहा कि पार्टी को सूर्या हांसदा की नक्सली गतिविधियों की कोई जानकारी नहीं थी.
जयराम महतो ने कार्यक्रम में ऐलान किया कि कोयला मजदूरों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए उनकी पार्टी ने नया संगठन ‘भारतीय क्रांतिकारी मजदूर संघ’ बनाया गया है. इस संगठन का उद्देश्य मजदूरों की आवाज को बुलाद करना और उनके साथ हो रहे अन्याय पर रोक लगाना है. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के सभी खनन क्षेत्रों के मजदूरों से मिलकर हमने रिसर्च किया, जिसमें यह सामने आया कि वर्तमान में अधिकांश यूनियन केवल दिखावे की हैं. वे या तो किसी पार्टी विशेष या फिर किसी खास घराने के हित में काम कर रही हैं. नए संगठन की कमेटियां राज्य के सभी जिलों में बनाई जाएंगी. उन्होंने दावा किया है कि यह संगठन पूरी तरह मजदूरों के हित में कार्य करेगा और कोयला मजदूरों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगा.
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