Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) वर्ल्ड बैंक की चार सदस्यीय टीम ने गुरुवार को 22 सितंबर को 417 करोड़ की लागत से बन रही राज्य की पहली 8 लेन सड़क की जांच की और कई जगहों पर बेहतर सुधार के लिए सुझाव भी दिये. टीम पहले कतरास के कांको मोड़ मोड़ पहुंची. वहां सड़क का निर्माण कार्य देखा तथा नक्शे से मिलान किया. साज के अधिकारियों को कई निर्देश भी दिये.
टीम ने कांको मोड़ के आगे पुलिया निर्माण स्थल के नीचे बह रही नदी को देखा एवं वस्तुस्थिति से अवगत होते हुए आपस में विचार विमर्श किया. योगेश्वर मोड़, श्रीधरपुर, बैजकारटांड़ तक सड़क का जायजा लिया. इसके बाद टीम धनबाद की ओर रवाना हुई. भूली मोड़, बिनोद बिहारी चौक पर रुक कर निर्माण कार्य देखा. विभागीय अधिकारियों को चौक चौराहों पर जेब्रा क्रॉसिंग और और भीड़ भाड़ वाले स्थान पर फुट ओवर ब्रिज बनाने की सलाह दी. टीम बिरसा मुंडा पार्क पहुंची. पार्क के समीप खाली जगह पर पौध रोपण भी किया. टीम के सदस्य धनबाद क्लब पहुंचे. टीम ने बाकी बचे हिस्सों की जांच के बाद डीसी के साथ समीक्षा बैठक भी की
सीनियर अरबन स्पेशलिस्ट ने खामियों पर जताई आपत्ति
वर्ल्ड बैंक की टीम के सीनियर अरबन स्पेशलिस्ट क्वाइना अमनक्वाह ने कतरास, शक्ति चौक पर गड्ढानुमा सड़क देखकर आपत्ति जताई. उन्होंने अभियंता से उस सड़क के नक्शे की मांग की. शक्ति चौक के बीचो बीच पोस्ट मिट्टी भराई कर उस पर सड़क निर्माण कार्य करने का निर्देश दिया. कई जगहों पर डिवाइडर टूटा देख दुरूस्त करने का निर्देश दिया. डिवाइडर पर पौधे लगाने की सलाह दी. टीम के सदस्यों ने कहा कि ओवर ऑल काम ठीक चल रहा है. काम में तेजी लाने के साथ कहीं-कहीं सुधार की भी जरूरत है.
ग्रामीणों ने डीसी से की फुट ओवरब्रिज बनाने की मांग
फुट ओवरब्रिज की मांग को लेकर बैजकारटांड़ के लोगों ने उपायुक्त संदीप सिंह को ज्ञापन सौंपा. उपायुक्त ने कहा कि समस्या के समाधान की दिशा में पहल की जा रही है. पत्रकारों से बातचीत में उपायुक्त ने कहा कि जिले की सबसे महत्वपूर्ण सड़क का काम चल रहा है. सड़क बनते ही से भारी वाहनों समेत लोगों का आवागमन आसान हो जाएगा. सड़क के काम की जांच के लिए वर्ल्ड बैंक की टीम यहां पहुंची है. ज्ञात हो कि वर्ल्ड बैंक की मदद से इस सड़क का निर्माण कार्य जून 2019 से चल रहा है. पहले यह काम 2021 में पूरा होना था, लेकिन कोरोना के कारण एजेंसी को एक्सटेंशन दिया गया. दिसम्बर 2022 तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है. 20 किलोमीटर लंबी इस सड़क का काम अभी कहीं 70 प्रतिशत तो कहीं 50 प्रतिशत तक ही पूरा हुआ है. शिवालय और त्रिवेणी नामक दो कंपनियां इस काम में जुटी हुई हैं.
टीम में ये लोग थे शामिल
वर्ल्ड बैंक की टीम में क्वाइना अमनक्वाह-एवाइइएच, टीटीएल, जेएमडीपी और सीनियर अरबन स्पेशलिस्ट के साथ अभिजीत घोष सीनियर इनवायरमेंटल स्पेशलिस्ट, राकेश अग्रवाल कंसलटेंट, उत्कर्ष मिश्रा डिप्टी प्रोजेक्ट डायरकेटर जूडको, कुमार मृणाल सिनीयर म्युनिसिपल इंजीनियर जुडको, रामाशीष रजक सोशल स्पेशलिस्ट जुडको, बिदिशा मुखर्जी इनवायरोमेंटल स्पेशलिस्ट इपीटीसा, विनय सरस्वती सोशल स्पेशलिस्ट इपीटीसा, आदित्य प्रताप सिंह प्रोजेक्ट मैनेजर एससीसी,एनसीबी शामिल थे. डीसी संदीप सिंह, एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी, एडीएम नंद किशोर गुप्ता, सीओ गोविंदपुर रामजी वर्मा, बाघमारा सीओ कमल किशोर सिंह, बाघमारा बीडीओ सुनील कुमार प्रजापति समेत स्टेट हाइवे ऑफ झारखंड के कार्यपालक अभियंता एमके वर्मा आदि अधिकारी भी मौजूद थे.
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