Ramgarh: अब लोगों को रेस्टोरेंट में भोजन करने पर सर्विस चार्ज नहीं देना होगा. सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) इस निर्णय से लोग राहत महसूस कर रहे हैं. वहीं इस पर रेस्टोरेंट संचालकों के अपने विचार हैं. उनके विचार जानने के लिए लगातार मीडिया की टीम ने शहर के रेस्तरां का दौरा किया और उनसे राय ली.
शिवाजी रोड स्थित द वेव्स रेस्टोरेंट के संचालक संजीव कुमार चड्डा ने बताया कि सर्विस टैक्स 2018 के पहले ली जाती थी. जीएसटी लागू होने के बाद ग्राहकों से अब सिर्फ जीएसटी ली जाती है. हमारे रेस्टोरेंट में ग्राहकों से 5% जीएसटी ली जाती है. इसके अलावा किसी प्रकार का कोई भी टैक्स हम ग्राहकों से नहीं लेते हैं. जिससे ग्राहक भी काफी संतुष्ट रहते हैं. संजीव ने कहा कि 22 वर्षो से रेस्टोरेंट चला रहे हैं. कभी सर्विस चार्ज ग्राहकों से नहीं लिए हैं. हम इतने से काफी खुश हैं. इससे ग्राहकों के बीच विश्वास बना रहता है. लोग रेस्टोरेंट आते रहते हैं.
मिलन होटल के संचालक प्रदीप सिंह ने बताया कि ग्राहकों से सिर्फ 5% जीएसटी लेते हैं. ग्राहक इसे जानते हैं. वे भी संतुष्ट रहते हैं. होटल चलाने में प्रत्येक वर्ष फूड लाइसेंस टैक्स को रिनुअल कराना होता है. इसके अलावा जीएसटी भरना पड़ता है. जो बहुत आसानी से हो जाता है. किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है. जीएसटी 5% के अलावा कुछ भी नहीं लेते हैं. ना कभी सर्विस टैक्स लिए हैं और ना लेंगे. हमें कस्टमर पर और उन्हें हम पर भरोसा है.
थाना चौक स्थित स्पाइस गार्डन रेस्टोरेंट् के संचालक आईजैक के मैनेजर बताते हैं कि 22 वर्षों से रेस्टोरेंट चला रहे हैं. कभी भी सर्विस टैक्स नहीं लिए हैं. ग्राहक से सिर्फ जीएसटी लेते हैं. जो सरकार का नियम है. इससे ग्राहक भी काफी संतुष्ट रहते हैं. इससे लोग आते रहते हैं. आइजैक का कहना है कि सर्विस टैक्स थ्री स्टार, फोर स्टार और फाइव स्टार होटलों में लगता है. हम रेस्टोरेंट चलाने वाले लोग इस टैक्स से बाहर रहते हैं. इसलिए ज्यादा परेशानी नहीं होती है.
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