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कुड़ुख़ विभाग के नए विभागाध्यक्ष बने डॉ. बन्दे खलखो, सभी ने दी शुभकामनाएं

Ranchi :  प्रो. डॉ. बन्दे खलखो लंबे समय से कुड़ुख़ भाषा एवं साहित्य के क्षेत्र में सक्रिय हैं. उन्होंने जनजातीय भाषाओं के संरक्षण, संवर्धन और शिक्षण कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उनके मार्गदर्शन में कई शोधार्थी कार्यरत हैं और वे विभिन्न राष्ट्रीय संगोष्ठियों एवं क्षेत्रीय भाषा विभागों की बैठकों में सक्रिय रूप से भाग लेते रहे हैं.

 

रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय (TRL Faculty) के अंतर्गत स्नातकोत्तर कुड़ुख़ विभाग के नवनियुक्त विभागाध्यक्ष डॉ. बन्दे खलखो का औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया. इससे पहले प्रो. महामनी कुमारी कुड़ुख़ विभागाध्यक्ष थीं, जो 30 जून को सेवानिवृत्त हुईं.

 

स्वागत समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. बन्दे खलखो ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने कार्यों के प्रति ईमानदार रहना चाहिए. निरंतर प्रयास ही सफलता की कुंजी है. समाज में हमारी छवि हमारे कर्मों से बनती है, इसलिए हमें सदैव अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते रहना चाहिए.

 

 

 

स्वागत समारोह में उपस्थित गणमान्य


इस अवसर पर TRL संकाय के पूर्व समन्वयक डॉ. हरि उरांव, नागपुरी विभागाध्यक्ष डॉ. उमेश नंद तिवारी, मुंडारी विभाग के मनय मुंडा तथा अन्य विभागों के कई प्राध्यापक एवं शोधार्थी मौजूद थे. 

जिनमें प्रमुख नाम हैं-


•    डॉ. कुमारी शशि
•    डॉ. किशोर सुरिन
•    डॉ. बीरेन्द्र कुमार महतो
•    डॉ. करम सिंह मुंडा
•    डॉ. दमयंती सिंकू
•    डॉ. अनुराधा मुंडू
•    डॉ. रीझू नायक
•    डॉ. अर्चना कुमारी
•    जय प्रकाश उरांव
•    डॉ. दिनेश कुमार दिनमणि
•    डॉ. सरस्वती गागराई


इसके अलावा नौ क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा विभागों के शिक्षक, शोधार्थी एवं छात्र-छात्राएं भी समारोह में सम्मिलित हुए और डॉ. खलखो को शुभकामनाएं दीं.

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