Ranchi : डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (DSPMU) के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग में लगभग दो महीने पहले शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर इंटरव्यू आयोजित किया गया था. लेकिन आज तक किसी भी स्थायी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हो सकी है. इस स्थिति के चलते विभाग के छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक रूप से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
स्थायी शिक्षक की अनुपस्थिति में छात्रों को न तो समय पर कक्षाएं मिल पा रही हैं और न ही उन्हें शोध और प्रतियोगी परीक्षाओं की दिशा में मार्गदर्शन मिल रहा है. विशेषकर पीजी के छात्रों का कहना है कि वे नेट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन मार्गदर्शन के अभाव में वे असमंजस की स्थिति में हैं.
जब विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार धनंजय द्विवेदी से इस विषय पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने हाल ही में कार्यभार संभाला है, इसलिए पूर्व में हुए इंटरव्यू व नियुक्तियों की प्रक्रिया की जानकारी उन्हें नहीं है.
साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति जेपीएससी (Jharkhand Public Service Commission) के माध्यम से होती है, इसलिए फिलहाल विभाग में सिर्फ नीड-बेस्ड यानी अस्थायी शिक्षकों को रखा गया है.
दूसरी ओर जब विभागाध्यक्ष से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, तो लगातार तीन दिनों तक कार्यालय के चक्कर काटने के बावजूद उनसे मुलाकात नहीं हो सकी.छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति सुनिश्चित करे ताकि उनकी पढ़ाई और भविष्य दोनों प्रभावित न हो
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