Banka: जिले में बाढ़ ने अपना कहर मचाना शुरू कर दिया है. चांदन नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. जिला के बौंसी प्रखंड स्थित डकाई नदी में बाढ़ का पानी उफान पर है. इस वजह से करीब आधा दर्जन गांवों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है. नदी में उफान से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आपको बता दें कि इस मार्ग से होकर सिकंदपुर, कहुआ सहित अन्य ग्रामीणों का आना जाना होता है. ऐसे में करीब आधा दर्जन गांवों का प्रखंड से संपर्क टूट गया है. जिससे लोगों का सामान्य जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
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इधर, चांदन डैम का जलस्तर पूरी तरह से भरने में अब दस क्यूसेक फीट कम रह गया है. डैम के कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश होने से पानी का लेबल बढ़ना लगातार जारी है. इसको लेकर सिंचाई विभाग के अभियंता हर दिन डैम पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और इसका रिपोर्ट मुख्यालय को भेज रहे हैं. बारिश की स्थिति अगर तीन दिन और लगातार रहा तो डैम से पानी स्पेल होने लगेगा. हालांकि डैम का तेजी से भरने का एक मुख्य कारण गाद है. डैम के तीन हिस्से पर अभी गाद का पूरी तरह से कब्जा जमा हुआ है. जिसके कारण डैम जल्द भर जाता है और जल्द खाली भी हो जाता है.
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पिछले चार वर्षों से चांदन डैम से सरकार द्वारा गाद निकालने की योजना फाइलों में ही घूम रहा है. सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जून 2018 में चांदन डैम का जायजा लेने के बाद गाद निकालने की योजना बनाई थी. उसके बाद 20 नवंबर 2019 में बिहार सरकार के तत्कालीन जल संसाधन मंत्री संजय झा विभाग के अधिकारियों के साथ चांदन डैम पहुंचकर डैम की गाद निकालने की घोषणा की थी. लेकिन यह महत्वपूर्ण योजना आजतक धरातल पर उतर नहीं पाई है. किसानों के लिए लाइफ लाइन माने जाने वाली चांदन डैम की स्थिति ऐसी है कि, गर्मी के दिनों में खुद पानी के लिए तरसती है.