Search

ED जांच में खुलासा: इजहार अंसारी ने वाराणसी व धनबाद की मंडियों में ज्यादा कीमत पर बेचा था लिंकेज का 86568 टन कोयला

Saurav Singh Ranchi : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हजारीबाग के चर्चित कोयला कारोबारी इजहार अंसारी को गिरफ्तार किया है. ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि इजहार अंसारी ने लिंकेज (सब्सिडी दर) का 86568 टन कोयला वाराणसी और धनबाद की कोयला मंडियों में ज्यादा कीमत पर बेचा था. जिसकी कीमत बाजार मूल्य 71 करोड़ रूपया है. ईडी की जांच से पता चला है कि इज़हार अंसारी ने कोयला लिंकेज नीति का दुरुपयोग किया है. जिसके तहत कैप्टिव खपत के लिए छोटे और मध्यम उद्यम (एसएमई) को सब्सिडी वाला कोयला आवंटित किया जाता था. इजहार अंसारी की 13 ऐसी एसएमई फर्मों को 71 करोड़ रुपये के बाजार मूल्य वाला लगभग 86568 टन कोयला आवंटित किया गया था. हालांकि इजहार अंसारी ने उद्योग में उपयोग करने के बजाय कोयले को खुले बाजार में बेच दिया और इससे बड़े पैमाने पर लाभ कमाया. इसे भी पढ़ें - कोयला">https://lagatar.in/ed-will-interrogate-coal-businessman-izhar-ansari-for-six-days-court-gives-permission/">कोयला

कारोबारी इजहार अंसारी से छह दिनों तक पूछताछ करेगी ईडी, कोर्ट ने दी अनुमति

ट्रक ड्राइवर के खिलाफ दर्ज मामले की ईडी ने शुरू की जांच

ईडी ने ट्रक ड्राइवर के सैय्यद सलमानी खिलाफ झारखंड पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की. सैय्यद सलमानी जो इजहार अंसारी के लिए काम करते हैं. इस मामले में अवैध रूप से ट्रांसपोर्टिंग किये गये 19 टन कोयले के साथ ट्रक को भी झारखंड पुलिस ने जब्त कर लिया था.

कई अफसरों को इजहार अंसारी ने दी थी रिश्वत

ईडी की जांच से संकेत मिला कि ऐसे सब्सिडी वाले कोयला आवंटन के बदले इज़हार अंसारी कुछ अफसरों को रिश्वत भी देता था. ईडी ने 16 जनवरी को इजहार अंसारी के हजारीबाग और रामगढ़ स्थित तीन ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसके बाद 17 जनवरी को ईडी ने इजहार अंसारी को रांची में पीएमएलए की विशेष अदालत में पेश किया और छह दिनों की रिमांड पर लिया है. इसे भी पढ़ें -3">https://lagatar.in/inspector-and-si-transfer-case-stuck-for-3-years-board-meeting-disrupted-due-to-absence-of-adg-headquarters/">3

साल से जमे इंस्पेक्टर व SI तबादला मामला: एडीजी मुख्यालय के नहीं रहने से बाधित है बोर्ड की बैठक
[wpse_comments_template]
Follow us on WhatsApp