Ranchi : राजधानी रांची के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल मेदांता हॉस्पिटल के एक कर्मचारी के परिजन की मौत हो गयी. मौत के बाद अस्पताल के सभी विभागों के कर्मियों ने भारी हंगामा किया. कर्मचारियों का कहना है कि वे अपनी जान जोेखिम में डाल कर दिन-रात काम करते हैं, लेकिन किसी कर्मचारी के परिजन की तबीयत बिगड़ जाती है, तो उसके लिए अस्पताल में जगह नहीं रहती. कर्मचारियों के लिए अस्पताल में बेड आरक्षित करने की मांग कर रहे स्टाफ ने कामकाज बंद कर दिया. अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन का अपने कर्मचारियों के प्रति रवैया ठीक नहीं है. हंगामे के कारण अस्पताल प्रबंधन को पुलिस बुलानी पड़ी.
हंगामे की जानकारी मिलते ही पहुंचे मेदांता के प्रबंधक
अस्पताल में हंगामे की खबर मिलते ही मेदांता के प्रबंधक मुख्तार सईद अस्पताल पहुंचे. उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों को समझाने की पूरी कोशिश की. लेकिन स्टाफ के गुस्से के आगे उनकी एक न चली. कर्मचारी अपनी बात पर अड़े रहे.
मौके पर पहुंची स्थानीय थाने की पुलिस
हंगामे की सूचना मिलते ही मेदांता अस्पताल में ओरमांझी थाना की पुलिस और हुटुप टीओपी की पुलिस भी पहुंची. पुलिस कर्मियों को भी मेदांता कर्मियों का आक्रोश झेलना पड़ा. लोगों ने कहा कि यह हमारा मामला है. इसमें पुलिस को हस्तक्षेप करने की जरूरत नहीं है.
लोगों की जान बचाने वाले की जान ही सुरक्षित नहीं
अस्पताल के कर्मचारियों ने कहा कि इस महामारी में भी हम लोग अपना घर-परिवार छोड़कर दिन-रात लोगों की जान बचाने में लगे हुए हैं. हमारे परिजनों के संक्रमित होने के बाद भी उन्हें अस्पताल में जगह नहीं मिल रही है. जिसका खामियाजा आज हमें भुगतना पड़ा है. हमारे अस्पताल के एक कर्मी के परिजन की मौत भी हो गई है.