Ranchi : भोगनाडीह प्रकरण पर सियासत तेज हो गई है. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर हेमंत सरकार को निशाने पर लिया है. सोशल मीडिया पोस्ट पर कहा है कि जिस धरती से सिद्धो-कान्हू उठे थे, उस धरती पर ये अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हर एक लाठी और हर एक अन्याय का हिसाब लिया जाएगा.
जनरल डायर की भूमिका निभाती नज़र आ रही हेमंत सरकार
हेमंत सरकार आज जनरल डायर की भूमिका निभाती नजर आ रही है. जिस तरह जलियांवाला बाग में बैसाखी मना रहे लोगों पर जनरल डायर ने गोलियां चलवाई थीं, उसी तरह हूल दिवस पर अपने शहीदों को याद कर रहे आदिवासियों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले बरसाए गए. सरकार की तानाशाही यहीं नहीं रुकी. अब हेमंत सोरेन ने यह तय कर लिया है कि जो भी उनके अन्याय के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाएगा, उसे गिरफ़्तार कर डराने की कोशिश की जाएगी.
असल में डरते हैं हेमंत सोरेन
बाबूलाल ने कहा कि असल में हेमंत सोरेन डरते हैं. उन्हें डर है कि अगर आदिवासी समाज ने बांग्लादेशी घुसपैठ के ख़िलाफ एक संगठित आंदोलन शुरू कर दिया तो उनका तुष्टिकरण का महल ढह जाएगा. वह इस बात से घबराए हुए हैं कि कहीं आदिवासी समाज यह न पूछ बैठे कि हमारे अधिकार छीन रहे हैं और आप किसके हित की राजनीति कर रहे हैं. इसलिए वे अब उस हर आवाज को कुचलना चाहते हैं . लेकिन आदिवासी समाज न भूलेगा, न माफ करेगा.