-प्रत्येक ब्लड स्टोरेज की यूनिट पर खर्च होंगे 8.50 लाख रुपये -योजना के लिए 15 करोड़ 89 लाख 68 हजार रुपये की स्वीकृति Ranchi: झारखंड में स्वास्थ्य महकमा मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा
है. राष्ट्रीय मातृ मृत्यु दर 97 के विरुद्ध झारखंड की मातृ मृत्यु दर 56
है. जिसे राज्य सरकार शून्य करने का प्रयास कर रही
है. इसी
कड़ी में विभाग के द्वारा झारखंड के 124 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ब्लड स्टोरेज यूनिट की स्थापना करने की तैयारी
है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में यूनिट की स्थापना के लिए 15
करोड़ 89 लाख 68 हजार रुपये की योजना की स्वीकृति दी गई
है. प्रत्येक यूनिट की स्थापना पर 8.50 लाख रुपये खर्च किए
जाएंगे. इसे पढ़ें- मनरेगा">https://lagatar.in/congress-brought-mgnrega-modi-government-cut-the-budget-yet-it-is-the-life-saver-of-14-crore-workers-kharge/">मनरेगा
कांग्रेस लायी, मोदी सरकार ने बजट में कटौती की, फिर भी यह 14 करोड़ श्रमिकों की जीवनरक्षक : खड़गे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के दौरान रक्त की पड़ती है जरूरत
प्रखंड स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफरल अस्पताल के रूप में काम करता
है. यहां सर्जरी के माध्यम से प्रसव किया जाता है और कई बार अचानक रक्त की आवश्यकता
पड़ती है. ब्लड स्टोरेज यूनिट नहीं होने के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पर निर्भर रहना
पड़ता है. प्रसव के दौरान रक्त की जरूरत
पड़ने कई बार रक्त उपलब्ध नहीं हो पता
है. जिस कारण प्रसूता की मौत भी हो जाती है और यह मातृ मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण भी
है. इन जिलों के इतने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में होगी ब्लड स्टोरेज यूनिट की स्थापना
बोकारो: 08 चतरा: 06 देवघर: 06 धनबाद: 06 दुमका: 03 पूर्वी सिंहभूम: 05 गढ़वा: 03 गिरिडीह: 08 गोड्डा: 05 गुमला: 06 हजारीबाग: 06 जामताड़ा: 02 खूंटी: 03 कोडरमा: 02 लातेहार: 05 लोहरदगा: 03 पाकुड़: 03 पलामू: 07 रामगढ़: 04 रांची: 10 साहेबगंज: 04 सरायकेला खरसांवा: 04 सिमडेगा: 05 पश्चिम सिंहभूम: 10 इसे भी पढ़ें- Enforcement">https://lagatar.in/enforcement-directorate-seized-documents-after-raid-on-company-linked-to-abhishek-banerjee/">Enforcement
Directorate ने अभिषेक बनर्जी से जुड़ी कंपनी पर छापेमारी के बाद दस्ताबेज जब्त किये आउटसोर्सिंग पर होगी लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति
ब्लड स्टोरेज यूनिट के संचालन के लिए आउटसोर्सिंग के तहत लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति की
जाएगी. स्वास्थ्य विभाग ने एक ब्लड स्टोरेज यूनिट पर एक कर्मचारी के लिए प्रतिवर्ष 2 लाख 16 हजार रुपये व्यय का अनुमान लगाया
है. वहीं विभाग ने ऐसी व्यवस्था कायम करने का निर्देश दिया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ब्लड स्टोरेज यूनिट का ब्लड खराब ना
हो. एकत्र किए गए ब्लड को खराब होने से पहले जिले के ब्लड बैंक से समन्वय स्थापित कर उसका समय उपयोग किया जा
सके. बता दें कि ब्लड की सेफ लाइफ 35 से 42 दिनों की होती
है. [wpse_comments_template]
Leave a Comment